गरियाबंद के जंगल में मौत का जखीरा पुलिस ने 3 खुफिया ठिकानों का किया भंडाफोड़, नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम ।

Sangani

By Sangani

रिपोर्टर पैरी टाईम्स 24×7 डेस्क गरियाबंद

गरियाबंद के जंगल में मौत का जखीरा गरियाबंद जिले में पुलिस ने नक्सलियों की एक बड़ी साजिश को विफल कर दिया है। ई-30 टीम ने साईबीनकछार, कोदोमाली के जंगलों से 3 गुप्त डम्प का भंडाफोड़ किया, जहाँ से भारी मात्रा में IED सामग्री और कुकर बम बरामद हुए हैं।

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गरियाबंद। गरियाबंद जिले के घने जंगलों में पुलिस को निशाना बनाने और दहशत फैलाने की एक बड़ी नक्सली साजिश का पर्दाफाश हुआ है। जिला पुलिस बल की जांबाज ऑपरेशन ग्रुप ई-30 टीम ने एक सटीक खुफिया सूचना पर कार्रवाई करते हुए तीन अलग-अलग गुप्त ठिकानों (डम्प) से भारी मात्रा में विस्फोटक और आई.ई.डी. बनाने का सामान बरामद किया है। इस कार्रवाई ने माओवादियों के उदंती एरिया कमेटी के मंसूबों पर पानी फेर दिया है।

गरियाबंद के जंगल में मौत का जखीरा

गरियाबंद के जंगल में मौत का जखीरा जमीन के नीचे दफन था मौत का जखीरा

​अभियान के दौरान, सुबह-सुबह टीम को सूचना के आधार पर संदिग्ध डम्प एरिया का पता लगा। तत्काल बीडीएस (बम निरोधक दस्ता) टीम को अलर्ट किया गया। सघन तलाशी के बाद, टीम को तीन अलग-अलग स्थानों पर जमीन के नीचे कुछ दबा होने का अंदेशा हुआ। जब इन जगहों की सावधानीपूर्वक खुदाई की गई, तो वहां मौजूद सभी पुलिसकर्मी हैरान रह गए। नक्सलियों ने बेहद सुरक्षित तरीके से जमीन के नीचे भारी मात्रा में विस्फोटक छिपा रखे थे।

ऑपरेशन ई-30′ ने ऐसे किया साजिश को डिकोड

जिला मुख्यालय से लगभग 90 किलोमीटर दूर, थाना शोभा और थाना पायलीखण्ड (जुगाड़) क्षेत्र के घने और दुर्गम जंगलों में यह हाई-रिस्क ऑपरेशन चलाया गया। पुलिस को अपने स्थानीय सूचना तंत्र से पक्की खबर मिली थी कि साईबीनकछार, कोदोमाली और भूतबेड़ा के जंगल क्षेत्र में माओवादियों ने पुलिस पार्टी और ग्रामीणों को बड़ा नुकसान पहुंचाने के लिए मौत का सामान इकट्ठा कर रखा है। ​इस इनपुट के आधार पर, 02 नवंबर 2025 को जिला पुलिस बल की ऑपरेशन टीम ई-30 ने घने जंगलों और पहाड़ी क्षेत्रों की ओर सर्चिंग अभियान छेड़ दिया।

खुदाई में मिला यह विनाशकारी सामान

भारी मात्रा में आई.ई.डी. (IED) बनाने का विस्फोस्टक सामान

04 नग कुकर (कुकर बम बनाने के लिए)

इलेक्ट्रिक वायर के बंडल

फटाखे (संभवत विस्फोटकों में इस्तेमाल के लिए)

भारी मात्रा में राशन सामग्री (जंगल में ठहरने और साजिश रचने के लिए)

गरियाबंद पुलिस ने नाकाम की विनाशकारी नीति

​पुलिस अधिकारियों के अनुसार, यह सारा सामान किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने, पुलिस पार्टी को एंबुश में फंसाने या ग्रामीणों में दहशत फैलाने के उद्देश्य से जमा किया गया था। कुकर बम का इस्तेमाल अक्सर सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के लिए किया जाता है। लेकिन गरियाबंद पुलिस की ई-30 टीम की मुस्तैदी और सटीक आसूचना ने माओवादियों की इस विनाशकारी नीति को समय रहते विफल कर दिया। इस बड़ी सफलता से सुरक्षाबलों का मनोबल बढ़ा है और क्षेत्र में सघन सर्चिंग अभियान जारी है।

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