गरियाबंद में बड़ा नक्सल समर्पण 3 लाख के इनामी माओवादी हथियारों के साथ हुए सरेंडर, जंगल छोड़ अब शांति की राह पर !

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By Himanshu Sangani

हिमांशु सांगानी पैरी टाइम्स 24×7 डेस्क गरियाबंद

गरियाबंद में बड़ा नक्सल समर्पण में नक्सल उन्मूलन अभियान को बड़ी सफलता, 3 लाख के इनामी माओवादी नागेश, जैनी और मनीला ने हथियारों के साथ आत्मसमर्पण किया। जानिए क्यों छोड़ा हिंसा का रास्ता।

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गरियाबंद नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत गरियाबंद पुलिस को एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है। डीजीएन डिवीजन के तीन सक्रिय माओवादी नागेश उर्फ रामा कवासी, जैनी उर्फ देवे मडकम और मनीला उर्फ सुंदरी कवासी ने आज अपने हथियारों के साथ आत्मसमर्पण कर दिया। तीनों पर शासन द्वारा एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित था।

गरियाबंद में बड़ा नक्सल समर्पण

गरियाबंद में बड़ा नक्सल समर्पण डीजीएन डिवीजन के तीन बड़े माओवादी हुए नतमस्तक

तीनों माओवादी लंबे समय से ओडिशा-छत्तीसगढ़ सीमा क्षेत्र में सक्रिय थे। नागेश, डीव्हीसी डमरू का गार्ड रहा है, जबकि जैनी उर्फ देवे मडकम, ओडिशा स्टेट कमेटी सदस्य प्रमोद उर्फ पाण्डु की पर्सनल गार्ड थी। वहीं मनीला उर्फ सुंदरी कवासी सीनापाली एरिया कमेटी में पार्टी सदस्य के रूप में काम कर रही थी। ये तीनों कई बड़ी मुठभेड़ों में शामिल रहे हैं जिनमें मई 2025 की मोतीपानी मुठभेड़ और 11 सितंबर 2025 की मेटाल एनकाउंटर शामिल है, जिसमें 10 माओवादी मारे गए थे।

जंगल में गुलामी नहीं, अब परिवार संग खुशहाल जीवन चाहते हैं आत्मसमर्पित माओवादी

आत्मसमर्पण के दौरान तीनों माओवादियों ने कबूल किया कि अब माओवादी संगठन अपनी विचारधारा से भटक चुका है। ग्रामीणों को मुखबिरी के शक में मारा जा रहा है, राशन और जरूरी सामान के लिए परेशान किया जाता है, विकास कार्यों में अड़चन डाली जाती है, और छोटे कैडरों का लगातार शोषण होता है।

हम देख रहे थे कि हमारे साथी आत्मसमर्पण कर खुशहाल जीवन जी रहे हैं। हमें भी समझ आया कि जंगल में भटकने से बेहतर है कि शासन की आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति का लाभ उठाया जाए।

गरियाबंद पुलिस की मुहिम बनी मिसाल

इस आत्मसमर्पण ऑपरेशन में E-30 टीम, STF, Cobra-207 और CRPF की संयुक्त भूमिका रही। गरियाबंद पुलिस द्वारा लगातार गांवों और जंगलों में प्रचारित समर्पण नीति, पोस्टर और पाम्पलेट्स ने माओवादियों को नई दिशा दी।

अब बाकी साथियों के नाम संदेश

गरियाबंद पुलिस ने क्षेत्र के सभी सक्रिय माओवादियों से अपील की है कि वे हिंसा का मार्ग छोड़कर मुख्यधारा में लौटें।
आत्मसमर्पण हेतु किसी भी थाना/चौकी/कैम्प या नक्सल सेल गरियाबंद (94792-27805) से संपर्क किया जा सकता है ।

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अधिमान्य पत्रकार गरियाबंद

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