हिमांशु साँगाणी पैरी टाइम्स 24×7 डेस्क गरियाबंद
फिंगेश्वर कन्या स्कूल विवाद गरियाबंद के फिंगेश्वर में कन्या स्कूल मर्जर के विरोध में छात्राओं ने स्कूल गेट में ताला जड़ा और बीईओ ऑफिस का घेराव किया। जानिए पूरी खबर Pairi Times 24×7 पर।
गरियाबंद फिंगेश्वर। युक्तियुक्तकरण के नाम पर छात्राओं की पढ़ाई पर हथौड़ा? गरियाबंद जिले के फिंगेश्वर शासकीय कन्या स्कूल में मंगलवार को छात्राओं ने बगावती मोर्चा खोल दिया। छात्राएं स्कूल के गेट में ताला जड़ कर ठाकुर दलगंजन हाई स्कूल में मर्जर का जोरदार विरोध करने लगीं। गुस्साई छात्राओं ने सड़कों पर रैली निकाली और बीईओ ऑफिस का घेराव करते हुए नारेबाजी की।

फिंगेश्वर कन्या स्कूल विवाद
फिंगेश्वर कन्या स्कूल विवाद छात्राओं ने लगाया आरोप
छात्रओं ने आरोप लगाया कि युक्तियुक्तकरण के तहत कन्या स्कूल को हाई स्कूल में मिला देने से उनकी पढ़ाई बर्बाद हो जाएगी। प्रदर्शन कर रही छात्रा मोंगरा साहू ने बताया कि ठाकुर दलगंजन स्कूल का रिजल्ट खराब है और वहां की व्यवस्था बेहद खराब है, जिससे मजबूर होकर 40-50 छात्राएं टीसी (स्थानांतरण प्रमाणपत्र) निकलवा चुकी हैं। पालक गुंजा सोनी ने भी मर्जर के फैसले को छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ बताया।
बीईओ रामेंद्र जोशी ने मौके पर पहुंचकर छात्राओं को आश्वासन दिया कि उनकी समस्याओं पर विचार किया जाएगा, जिसके बाद छात्राओं ने स्कूल गेट का ताला खोला। हालांकि छात्राओं ने चेतावनी दी कि अगर मर्जर रद्द नहीं किया गया तो वे उग्र आंदोलन करेंगी।
क्या है युक्तियुक्तकरण?
शिक्षा विभाग की इस नीति के तहत कम छात्रसंख्या वाले स्कूलों को नजदीकी हाई स्कूल में मर्ज किया जाता है, ताकि संसाधन और स्टाफ का बेहतर उपयोग हो सके। लेकिन फिंगेश्वर में यह योजना छात्राओं के गले नहीं उतर रही, क्योंकि वे पढ़ाई में गिरावट और असुरक्षा का हवाला दे रही हैं।
छात्राओं के आक्रोश से गूंजा स्कूल
मोंगरा साहू, छात्रा: हमारा रिजल्ट अच्छा था, मर्जर से हमारी पढ़ाई चौपट हो जाएगी।
गुंजा सोनी, पालक: बेटियों को दूर स्कूल भेजना सुरक्षित नहीं, सरकार तुरंत फैसला वापस ले।
बीईओ रामेंद्र जोशी छात्राओं की मांगों पर विचार कर उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जाएगा।
क्यों बना ये मुद्दा बड़ा?
40-50 छात्राओं ने टीसी निकलवा ली।
ठाकुर दलगंजन हाई स्कूल का रिजल्ट कमजोर।
ग्रामीण क्षेत्र की छात्राओं को पढ़ाई और सुरक्षा दोनों में नुकसान की आशंका।
छात्राओं के तेवर और अभिभावकों का गुस्सा देखकर लगता है कि युक्तियुक्तकरण के नाम पर कन्या स्कूल मर्जर का मुद्दा गरियाबंद की शिक्षा राजनीति में बड़ा विवाद बन सकता है।