हिमांशु साँगाणी पैरी टाइम्स 24×7 डेस्क गरियाबंद
10 साल की चुप्पी अब चक्काजाम में बदली गरियाबंद के मुडागांव में हाईस्कूल और धान उपार्जन केंद्र की मांग को लेकर ग्रामीणों ने 17 जुलाई को एनएच 130C पर चक्काजाम करने का ऐलान किया है। प्रशासन से मांगी अनुमति।
गरियाबंद जिला के विकासखंड देवभोग अंतर्गत मुडागांव में 10 सालों से एक ही मांग– एक हाईस्कूल और एक धान उपार्जन केंद्र। लेकिन शासन-प्रशासन के कानों में जूं तक नहीं रेंगी। अब ग्रामीणों ने ऐलान कर दिया है एनएच 130C को जाम किया है । ग्रामीणों ने इसके लिए बाकायदा अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) को आवेदन देकर अनुमति मांगी है। साथ ही थाना प्रभारी देवभोग को भी सूचित किया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि वो थक चुके हैं, अब आंदोलन के सिवा कोई रास्ता नहीं बचा।

10 साल की चुप्पी अब चक्काजाम में बदली
10 साल की चुप्पी अब चक्काजाम में बदली शिक्षक ट्रांसफर से भी उबले ग्रामीण, नलजल योजना बनी मजाक
आक्रोश की एक और बड़ी वजह है शिक्षक नरेंद्र कुमार सोनी का विवादास्पद ट्रांसफर। ग्रामीणों का आरोप है कि मुलशाला मुडागांव से स्वामी आत्मानंद स्कूल देवभोग में स्थानांतरण बीईओ ने नियमविरुद्ध किया। इससे गांव के बच्चों की पढ़ाई पर असर पड़ा है।
हाईस्कूल नहीं, धान केंद्र नहीं… अब सब्र नहीं
मुडागांव के ग्रामीणों का प्रशासन को अल्टीमेटम धर नलजल योजना भी पूरी तरह से दम तोड़ चुकी है। पाइप हैं, नल हैं, पर पानी नहीं। ऐसे में ग्रामीणों को लगता है कि उनका गांव प्रशासन की प्राथमिकताओं में शामिल ही नहीं है।
क्या प्रशासन अब भी चुप रहेगा या टूटेगा 10 साल का मौन?
अब सवाल है– क्या 17 जुलाई से पहले प्रशासन कोई समाधान निकाल पाएगा? या फिर एनएच 130C की सड़कें ग्रामीणों की बेबसी की गवाही बनेंगी? जैसे ही मुडागांव के ग्रामीणों द्वारा एनएच 130C को जाम करने की खबर सोशल मीडिया और लोकल मीडिया में फैली, वैसे ही प्रशासनिक महकमे में हलचल मच गई।
मौके पर पहुंच गए अधिकारी
17 जुलाई की सुबह चक्का जाम की खबर होते ही एसडीओपी विकास पाटले और एसडीएम राम सिंह शोरी मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों को समझाइश देने का प्रयास शुरू कर दिया गया। अधिकारियों ने अपील की कि वे शांति बनाए रखें और प्रशासन उनकी मांगों को लेकर गंभीर है।
ग्रामीण बोले– आश्वासन नहीं, अब आदेश चाहिए!
लेकिन ग्रामीणों ने साफ कहा कि अब सिर्फ समझाइश से बात नहीं बनेगी। वो चाहते हैं कि हाईस्कूल और धान उपार्जन केंद्र की स्थापना को लेकर लिखित आदेश जारी किया जाए, तभी चक्काजाम खत्म होगा।
प्रशासन के पास समय कम, आक्रोश ज्यादा!
स्थिति लगातार गर्म होती जा रही है, और प्रशासन के पास समय सीमित है। यदि जल्दी हल नहीं निकाला गया तो एनएच 130C पूरी तरह ठप हो सकता है। जो भी हो, मुडागांव अब खामोश नहीं रहने वाला!
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