हिमांशु साँगाणी पैरी टाइम्स 24×7 डेस्क गरियाबंद
3 बड़ी वजहें कदलीमुड़ा में विवादित सचिव की शॉकिंग ताजपोशी से गरियाबंद जिले देवभोग ब्लॉक के कदलीमुड़ा में विवादित सचिव देवानन्द बीसी की ताजपोशी पर पंचायत में बवाल, जानें 3 बड़ी वजहें और पूरी कहानी Pairi Times 24×7 पर।
गरियाबंद /देवभोग गृह ग्राम की गोद में पंचायत सचिव, ग्रामीणों के गुस्से पर भारी चुनावी मोहब्बत पंचायत सचिव देवानन्द बीसी का गृह ग्राम कदलीमुड़ा में पदस्थ होना किसी फिल्मी ड्रामे से कम नहीं। ग्रामीण चिल्लाते रहे, वार्ड पंच विरोध करते रहे, उपसरपंच कल्याण सिंह समेत 12 पंचों ने सीईओ के ऑफिस में हाजिरी लगाकर मांग कर ली, लेकिन जिला पंचायत सीईओ घासीराम मरकाम ने ऐसा आश्चर्य चकित आदेश निकाला कि पूरा गांव अभी तक समझ नहीं पा रहा ये ट्रांसफर हुआ कैसे?

3 बड़ी वजहें कदलीमुड़ा में विवादित सचिव की शॉकिंग ताजपोशी
3 बड़ी वजहें कदलीमुड़ा में विवादित सचिव की शॉकिंग ताजपोशी से पुराने साथी देवानन्द बीसी की घर वापसी
दरअसल, देवानन्द बीसी और विवाद का रिश्ता कोई नया नहीं। गांव के लोग कहते हैं पंचायत सचिव बदल सकते हैं, पर विवाद का इतिहास नहीं । बावजूद इसके सीईओ मरकाम ने उन्हें उनके ही घर में फिर से पंचायत का प्रभार दे दिया। अब गांव में बैठक दर बैठक चल रही है, जैसे कोई वर्ल्ड कप की स्ट्रैटेजी बन रही हो। ग्रामीणों ने सीधा ऐलान कर दिया कि इस आदेश की शिकायत मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से करेंगे।

तेज तर्रार सचिव का पत्ता क्यों कटा?
इधर जितेंद्र नेताम नाम के सचिव को बिना शिकायत के हटाने पर लोगों की भौहें तन गई हैं। नेताम 18 अक्टूबर 2024 से पंचायत संभाल रहे थे और तेज-तर्रार काम के लिए पूरे ब्लॉक में मशहूर थे। लेकिन उन्हें चलता कर दिया गया क्यों? जवाब हवा में लटका है!
चुनावी सौदेबाज़ी का कमाल?
ग्रामीण सूत्रों का दावा है कि पंचायत चुनाव के वक्त देवानन्द बीसी ने सरपंच बेलमती नागेश से वादा किया था आपको जिताना मेरा काम, जीत के बाद मुझे कदलीमुड़ा बुलाना आपका काम। चुनावी समझौता अब पूरा होता दिख रहा है और गांव में तू मेरी गली में आ वाला माहौल है।