हिमांशु साँगाणी पैरी टाइम्स 24×7 डेस्क गरियाबंद
6 महीने की शर्त 6 साल की चुप्पी गरियाबंद के पटवारी योगेन्द्र ठाकुर को सेवा शर्तों का उल्लंघन, परीक्षा में फेल और लगातार अनुपस्थित रहने पर नौकरी से निकाला गया। जानिए पूरा मामला Pairi Times 24×7 पर।
गरियाबंद 2018 में देवभोग तहसील में नियुक्त हुए प्रशिक्षु पटवारी योगेन्द्र ठाकुर को 6 महीने में परीक्षा पास करनी थी, लेकिन 6 साल में भी न कर सके चार अवसरों के बावजूद फेल होने पर विभाग ने मौका दिया पर उन्होंने खुद ही नहीं उठाया। इतना ही नहीं, पुलिस वेरिफिकेशन रिपोर्ट भी अब तक जमा नहीं की गई थी, जो सीधे तौर पर सेवा शर्त क्रमांक-07 का उल्लंघन है।

6 महीने की शर्त 6 साल की चुप्पी
6 महीने की शर्त 6 साल की चुप्पी अनुपस्थिति की लंबी लिस्ट – 2021 से 2022 तक लगभग दो सौ दिन गायब!
गैरहाजिरी का रिकॉर्ड देखकर खुद हाजिरी रजिस्टर भी चौंक जाए!
04 अप्रैल 2021 से लेकर मई 2022 तक लगातार 20 से ज्यादा बार बिना सूचना के गायब रहने का रिकॉर्ड सामने आया है। तहसीलदार द्वारा जारी 6 कारण बताओ नोटिसों में भी कोई जवाब नहीं मिला।
विभागीय जांच में दोष सिद्ध, नहीं दिया कोई जवाब – हुई नौकरी से छुट्टी
तीन बार अंतिम सूचना पत्र भेजने के बाद भी योगेन्द्र ठाकुर न तो व्यक्तिगत रूप से उपस्थित हुए, न ही कोई अभ्यावेदन दिया। विभागीय जांच में दोनों आरोप पूरी तरह सिद्ध हुए—
- सेवा शर्तों का उल्लंघन
- काम में लापरवाही और गैरहाजिरी
अब नहीं रहेंगे पटवारी – तत्काल प्रभाव से पद से बर्खास्त
14 जुलाई 2025 को जिला कलेक्टर कार्यालय से जारी आदेश में योगेन्द्र ठाकुर को छत्तीसगढ़ सिविल सेवा नियम 1966 के तहत सेवा से पदच्युत कर दिया गया है। आदेश तत्काल प्रभावशील होगा।