गरियाबंद गरियाबंद के गुरुजी बने शिक्षा के चैंपियन जिले के छह स्कूलों के शिक्षकों ने FLN वॉरियर्स सम्मान जीतकर शिक्षा क्षेत्र में धमाका कर दिया। जानिए कैसे हुआ यह कमाल!
गरियाबंद, जब बात शिक्षा के क्षेत्र में चमकने की हो, तो गरियाबंद के गुरुजी कैसे पीछे रह सकते थे? जिले के छह स्कूलों के शिक्षकों ने ऐसा धमाका किया कि उन्हें FLN वॉरियर्स सम्मान से नवाजकर सबका दिल जीत लिया!

गरियाबंद के गुरुजी बने शिक्षा के चैंपियन
गरियाबंद के गुरुजी बने शिक्षा के चैंपियन,सम्मान पाने वाले चमकते सितारे हैं:
श्रीमती ईश्वरी सिन्हा (प्राथमिक विद्यालय मरोदा), ओमेश्वरी साहू (आसरा), डाकेश्वर साहू (नागझर), डीगेश्वर साहू (खेड़ीटिकरा), दीपक साहू (घुमा), और संतोष कुमार तारक (शुक्लाभाठा)।
इनका सम्मान स्वयं अतिरिक्त संचालक योगेश शिवहरे और उप संचालक आशुतोष चावरे ने किया, जिन्होंने प्रमाण पत्र और मोमेंटो देकर इनकी मेहनत पर मुहर लगाई।
कैसे बना ये धमाका?
सबसे पहले शिक्षकों के स्वप्रेरित समूह – आरके जलतारे, अनील अवस्थी, दीपेश पुरोहित, लक्ष्मी देवांगन, और नीता सार्वा ने पूरे राज्य में आकलन चुनौती का बिगुल बजाया।
1500 से ज्यादा स्कूल इस चैलेंज में कूदे। पहला चरण ऑनलाइन आकलन से शुरू हुआ, फिर ऑफलाइन मैदान में असली परीक्षा हुई।
गरियाबंद ने दिखाया दम!
मरोदा स्कूल का मूल्यांकन गजेन्द्र ध्रुव, छन्नू सिंहा, और लक्ष्मी देवांगन की टीम ने किया।
शुक्लाभाठा स्कूल की परीक्षा एसके नागे, अनिल अवस्थी, और लक्ष्मी देवांगन ने ली।
और शानदार बात ये कि सभी छह स्कूल आकलन की कसौटी पर “सोलह आने खरे” उतरे!
बधाइयों का तांता
जिला शिक्षा अधिकारी ए के सारस्वत, मिशन समन्वयक केएस नायक, एपीओ बुद्धविलास सिंह समेत तमाम अधिकारियों ने शिक्षकों पर बधाइयों की झड़ी लगा दी। गरियाबंद वाकई शिक्षा के नक्शे पर चमकने लगा है!
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