कृष्णा दीवान विशेष संवाददाता / धमतरी
धमतरी जिले के ग्राम परसतराई में 15 वर्षीय छात्रा की आत्महत्या ने पूरे गांव को शोक और गहरी सोच में डाल दिया है। दसवीं कक्षा में पढ़ने वाली एक होनहार और खुशमिजाज लड़की थी, जो बड़े सपने देखती थी। लेकिन उसकी दुनिया उस समय बदल गई जब एक शराबी युवक ने उसे लगातार परेशान करना और धमकियां देना शुरू किया।
हर दिन स्कूल जाते वक्त डराया करता था,तंग आकर छात्रा ने ईहलीला समाप्त कर ली ।
हर दिन स्कूल जाते वक्त उसे डराया जाता था, और हाल ही में उसने घर के सामने आकर चेतावनी दी थी कि अगर वह स्कूल गई, तो उसकी जान जाएगी। इस भय ने उसके नाजुक मन पर ऐसा असर डाला कि परिजनों ने भी उसे स्कूल से रोकने का फैसला किया। लेकिन घर की दीवारों में कैद, वह डर और निराशा से जूझती रही।
परिजन लौटे तो फांसी पर लटकी मिली ।
उस दिन, जब घर के सभी सदस्य खेत में काम कर रहे थे,अकेलेपन और असहायता के बीच मौत को गले लगा लिया। दोपहर को जब उसके परिजन लौटे, तो अपनी प्यारी बेटी को फांसी के फंदे पर लटका देख उनका संसार उजड़ गया।उसकी मौत ने हर किसी की आंखों में आंसू ला दिए हैं। एक बेटी जो सपने बुन रही थी, वह समाज के भय और धमकियों के आगे झुक गई। इस दर्दनाक घटना ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या हम अपने बच्चों को सुरक्षित माहौल दे पा रहे हैं?
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, लेकिन इस हादसे ने पूरे गांव में गम और आक्रोश की लहर पैदा कर दी है। लोग उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द ही आरोपी को सजा मिले और भविष्य में किसी और मासूम का सपना यूं अधूरा न रह जाए।