*हिमांशु साँगाणी/ गरियाबंद
गरियाबंद महासमुंद वनमंडल और उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व की एन्टी पोचिंग टीम ने एक संयुक्त ऑपरेशन के तहत वन्यजीव तस्करों के खिलाफ बड़ी सफलता हासिल की। वाइल्डलाइफ जस्टिस कमीशन इंडिया से मिली जानकारी के आधार पर 14 नवंबर 2024 को की गई इस कार्रवाई में चुरकी ग्राम (बागबाहरा, जिला महासमुंद) के पास से पांच आरोपियों को हिरासत में लिया गया। उनके पास से चीतल की खाल और तेंदुए की खाल का एक टुकड़ा बरामद किया गया, जिसे आरोपियों ने चार साल पुराना बताया। इसके अलावा, एक मोटरसाइकिल और तीन मोबाइल भी जब्त किए गए।
दो आरोपी पहले भी शिकार में थे संलिप्त ।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में मानसिंग, गिरधर, हराक, सुकालू, और पीलाराम शामिल हैं। इनमें से दो आरोपी पहले भी जंगली सूअर के अवैध शिकार के मामले में संलिप्त रहे हैं। यह मामला “बिजली लाइन से हुकिंग करके शिकार करने से जुड़ा था” जो पहले महासमुंद वनमंडल द्वारा दर्ज किया गया था।
पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ जारी,फरार आरोपियों की तलाश तेज ।
सभी आरोपियों को विस्तृत पूछताछ के लिए सहायक वन परिक्षेत्र कार्यालय, खल्लारी लाया गया और आगे की न्यायिक प्रक्रिया के लिए वन परिक्षेत्र बागबाहरा को सौंप दिया गया। फरार आरोपियों की तलाश में गरियाबंद, महासमुंद और ओडिशा बॉर्डर पर सघन अभियान चलाया जा रहा है।
इस महत्वपूर्ण कार्रवाई में गरियाबंद पुलिस साइबर सेल के प्रभारी सतीश यादव, उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व के नोडल अधिकारी गोपाल कश्यप, वन परिक्षेत्र अधिकारी सुशील कुमार सागर और अन्य वन अधिकारियों का विशेष योगदान रहा। वन विभाग के इस ऑपरेशन ने वन्यजीव संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता को और मजबूत किया है