गरियाबंद: कृषि उपज मंडी ने एक बार फिर अवैध कारोबारियों के खिलाफ अपनी तलवार चलाते हुए एक बड़ी कार्रवाई की है। ओडिसा के कारोबारी पंकज विश्वास को 130 क्विंटल मक्का बिना मंडी शुल्क के ले जाते हुए पकड़ा गया। इस पर मंडी विभाग ने 15,720 रुपए का जुर्माना लगाया है, जिससे यह मामला चर्चा का विषय बन गया है।यह कार्रवाई शनिवार को कृषि मंडी सचिव सौरभ शर्मा के नेतृत्व में मैनपुर तहसील के शोभा क्षेत्र में हुई। मंडी की टीम ने भूतबेड़ा शोभा मार्ग पर ट्रक नंबर ओडि 16ई 7507 को रोका, जिसमें 130 क्विंटल मक्का लोड किया गया था। ट्रक ओडिसा के नवरंगपुर जिले के ऊमरकोट के लिए जा रहा था, लेकिन इसे ले जाने वाले कारोबारी ने मंडी शुल्क का भुगतान नहीं किया था। मंडी विभाग ने यह संज्ञान लिया और पंकज विश्वास के खिलाफ जुर्माना लगाया। इस कार्रवाई में उपनिरीक्षक रजनीकांत तिवारी और नजमुद्दीन खान की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
खाद और मक्का के अवैध कारोबार का खुलासा:
यह घटना अकेली नहीं है। पिछले कई सालों से इस इलाके में ओडिसा के कारोबारी खाद के अवैध वितरण के लिए धमतरी के खाद कारोबारियों से मिलकर किसानों से साठगांठ करते आ रहे हैं। खासतौर पर उदंती अभ्यारण्य क्षेत्र के 20 से ज्यादा गांवों में यह खेल जोरों पर है। ओडिसा के कारोबारी किसानों को खाद उधारी में देते हैं और फिर उसी खाद के बदले उन्हें सस्ते दामों पर मक्का खरीदने के लिए मजबूर करते हैं । किसानों को यह खाद घर पहुंचाने का दावा करते हुए कारोबारी प्रति बोरे 200 से 500 रुपए तक का मुनाफा कमाते हैं, लेकिन बदले में उन्हें कम दाम पर मक्का बेचना पड़ता है। इस बार मक्का की कीमत 2500 रुपए प्रति क्विंटल से भी ऊपर हो चुकी है, लेकिन इस अवैध करार के कारण किसान केवल 1500-2000 रुपए में अपनी मक्का बेचने को मजबूर हैं।
अधिकारियों की चुप्पी पर सवाल:
हालांकि, यह मामला कोई नया नहीं है। अप्रैल 2023 में भी कृषि विभाग की टीम ने एक ट्रक को पकड़ा था, जो अवैध रूप से खाद लेकर धमतरी के लाइसेंसी कारोबारी के पास पहुंचाने जा रहा था। इस समय भी ओडिसा के कारोबारी ने मक्का के बदले खाद का सौदा किया था। अचरज की बात यह है कि इतनी बड़ी जांच के बावजूद कृषि विभाग ने उस समय कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। इसके बाद कारोबारी ने बिना किसी डर के खाद को गांवों में वितरित कर दिया।अब, मंडी सचिव सौरभ शर्मा ने आश्वासन दिया है कि इस बार यह खेल खत्म किया जाएगा। दो उपनिरीक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है और इस तरह के अवैध कारोबारियों पर कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी।