हिमांशु साँगाणी / गरियाबंद
महाराष्ट्र में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। देवेंद्र फडणवीस को महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री के रूप में चुने जाने के बाद अब महायुति सरकार का गठन तय हो गया है। बीजेपी कोर कमेटी की बैठक में फडणवीस के नाम पर सहमति बनते ही नई सरकार की तस्वीर साफ हो गई है। खबर है कि फडणवीस आज ही राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे और 5 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
कैबिनेट का फॉर्मूला: महायुति में 31 मंत्री
इस बार की कैबिनेट में महायुति (भाजपा, शिवसेना-शिंदे गुट और एनसीपी) के कुल 31 नेता मंत्रिपद की शपथ ले सकते हैं। गठबंधन ने एक मुख्यमंत्री और दो डिप्टी सीएम का फॉर्मूला तय किया है। सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी से 19, एनसीपी से 7 और शिवसेना से 5 नेताओं को मंत्री बनाया जाएगा।
शपथ ग्रहण समारोह की तैयारी जोरों पर
5 दिसंबर को शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन भव्य तरीके से किया जाएगा। इस आयोजन के लिए इन्विटेशन कार्ड भी जारी हो चुका है। महायुति सरकार के इस बड़े कार्यक्रम में कई राष्ट्रीय और राज्यस्तरीय दिग्गज नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है।
राजनीतिक समीकरण और चुनौतियां
फडणवीस के नेतृत्व में बनी यह महायुति सरकार महाराष्ट्र की राजनीति में एक नया अध्याय लिखने जा रही है। लेकिन गठबंधन के तीन दलों के बीच तालमेल और मंत्री पद के बंटवारे को लेकर आगे की राह आसान नहीं होगी। क्या यह सरकार पांच साल का कार्यकाल पूरा कर पाएगी या अंदरूनी खींचतान इसका भविष्य तय करेगी, यह देखना दिलचस्प होगा।
राज्य की जनता को उम्मीद
महायुति के इस नए समीकरण से जनता को बुनियादी समस्याओं के समाधान और विकास कार्यों की रफ्तार तेज होने की उम्मीद है। अब देखना यह है कि यह गठबंधन किस तरह से जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरता है।