आदित्य शुक्ला / धमतरी
धमतरी। जिले के मगरलोड ब्लॉक के मडेली गांव में इंसानी सुरक्षा पर सवाल खड़ा करने वाली घटना ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी है। मंगलवार रात एक आदमखोर तेंदुए ने घर में सो रही 65 वर्षीय महिला सुखबती को हमला कर मौत के घाट उतार दिया। तेंदुआ महिला को कच्चे मकान से उठा कर जंगल में ले गया और शव का आधा हिस्सा खा गया।
खुले मकान और सतर्कता की कमी बनी मौत की वजह
मृतक महिला का घर जंगल से सटे कमारपारा इलाके में स्थित है, जहां कच्चे मकान और खुले दरवाजे जंगली जानवरों को आमंत्रण देते हैं। घटना के बाद ग्रामीणों ने वन विभाग की लापरवाही पर सवाल खड़े किए हैं। इलाके में पहले भी तेंदुए, भालू और हाथियों का आतंक देखने को मिला है, लेकिन इसके बावजूद सुरक्षा के ठोस कदम नहीं उठाए गए।
घटनास्थल पर खौफनाक मंजर
महिला का शव बुधवार सुबह मडेली के जंगल में झाड़ियों के बीच मिला। शव की हालत देखकर ग्रामीण दहशत में हैं। वन विभाग और पुलिस की टीम ने मौके पर पहुंचकर शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
वन विभाग ने दी तात्कालिक सहायता, लेकिन ग्रामीण नाराज़
वन विभाग ने मृतक महिला के परिजनों को तात्कालिक रूप से 25,000 रुपये की सहायता राशि दी है और पोस्टमार्टम के बाद 6 लाख रुपये मुआवजा देने का आश्वासन दिया है। डीएफओ कृष्णा जाधव ने बताया कि घटना के बाद क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी गई है और तेंदुए को पकड़ने के लिए अभियान चलाया जाएगा।
ग्रामीणों ने उठाई ठोस कार्रवाई की मांग
इस घटना ने वन विभाग की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र में जंगली जानवरों का आतंक लंबे समय से बना हुआ है, लेकिन प्रशासन की तरफ से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। उन्होंने मांग की है कि तेंदुए को जल्द से जल्द पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलाया जाए।