हिमांशु साँगाणी / गरियाबंद
गरियाबंद मैनपुर ब्लॉक के दूरस्थ वनांचल गांव जुगाड़ और धुरवागुड़ी का दौरा करते हुए कलेक्टर श्री दीपक अग्रवाल ने स्थानीय स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण किया। इस दौरान शिक्षा और व्यवस्थाओं पर गहरी नजर डालते हुए उन्होंने बच्चों से संवाद भी किया।
जुगाड़ के प्राइमरी स्कूल में जब कलेक्टर ने कक्षा पांचवीं के छात्र रूपेश से 13 का पहाड़ा सुनाने को कहा, तो उसने पूरे आत्मविश्वास के साथ फर्राटेदार पहाड़ा सुनाकर सबका दिल जीत लिया। यही नहीं, उसने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम भी तुरंत बता दिए। इस प्रदर्शन से प्रभावित कलेक्टर ने रूपेश और अन्य बच्चों को बेहतर पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित किया।
धुरवागुड़ी में मिली अव्यवस्थाएं:
स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय में निरीक्षण के दौरान लाइब्रेरी और लैब में किताबें और उपकरण अव्यवस्थित मिले। कलेक्टर ने प्राचार्य और संबंधित शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। परिसर में फैली गंदगी और अन्य कमियों पर उन्होंने तुरंत सुधार करने की हिदायत दी।
बच्चों को अनुशासन और प्रोत्साहन:
कलेक्टर ने शिक्षकों से कहा कि वे बच्चों को अनुशासन और सीखने की आदत सिखाएं। बच्चों से संवाद करते हुए उन्होंने कहा, “आपका आत्मविश्वास ही आपकी सबसे बड़ी ताकत है। इसे मजबूत करें और अपने सपनों को साकार करें।”
विशेष निर्देश:
कलेक्टर ने जुगाड़ में सौर ऊर्जा आधारित पानी की टंकी लगाने, स्कूल और आंगनबाड़ी की सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने और मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। धुरवागुड़ी में निर्माणाधीन भवन को समय पर और गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरा करने को कहा।
वनांचल के लिए उम्मीद की किरण:
यह दौरा न केवल प्रशासनिक समीक्षा का हिस्सा था, बल्कि बच्चों को प्रेरणा देने और बेहतर भविष्य का वादा भी लेकर आया। रूपेश जैसे होनहार छात्रों ने यह साबित किया कि सही मार्गदर्शन और प्रयास से दूरस्थ क्षेत्रों के बच्चे भी बड़ा मुकाम हासिल कर सकते हैं।