हिमांशु साँगाणी गरियाबंद
गरियाबंद में अब नशे के सौदागरों और लापरवाह वाहन चालकों की खैर नहीं! प्रशासन ने “डबल एक्शन प्लान” पर काम शुरू कर दिया है। एक तरफ नशे के खिलाफ सख्त अभियान चलाया जाएगा, तो दूसरी ओर हेलमेट और सीटबेल्ट नहीं लगाने वालों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई होगी।

कलेक्टर दीपक अग्रवाल की अध्यक्षता में हुई बैठकों में यह तय हुआ कि अब गरियाबंद की सड़कों पर नशे और लापरवाही के लिए कोई जगह नहीं होगी।
नशे के खिलाफ ‘ऑपरेशन क्लीन’
जिले में नशीले पदार्थों की बिक्री और तस्करी पर सख्त लगाम लगाने के लिए पुलिस, औषधि विभाग और अन्य एजेंसियों को एकजुट किया गया है। सीमावर्ती जिलों के अधिकारियों के साथ समन्वय कर संदिग्ध वाहनों की सघन जांच होगी।
सख्त चेकिंग: चेकपोस्ट और बैरियरों पर 24×7 निगरानी
मेडिकल स्टोर्स की रेड: नशीली दवाओं का स्टॉक, एंट्री और बिक्री की जांच
स्कूल-कॉलेज के पास 100 मीटर तक नशे की बिक्री पर रोक
कलेक्टर ने कहा कि स्कूल और कॉलेजों के पास नशे के कारोबारियों पर सीधी कार्रवाई होगी। औषधि विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि वे मेडिकल दुकानों पर औचक निरीक्षण करें और गैरकानूनी दवा विक्रेताओं पर कड़ी कार्रवाई करें।
ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों के लिए ‘नो मर्सी पॉलिसी’
अब गरियाबंद में हेलमेट और सीटबेल्ट नहीं पहनने वालों की खैर नहीं! सड़क सुरक्षा बैठक में कलेक्टर ने स्पष्ट कर दिया कि लापरवाही की कोई गुंजाइश नहीं होगी।
बिना हेलमेट और सीटबेल्ट के पकड़े गए तो भारी चालान
शराब पीकर वाहन चलाने पर सख्त कार्रवाई
ब्लैक स्पॉट्स पर ट्रैफिक संकेतक और चेतावनी बोर्ड लगाने के निर्देश
कलेक्टर ने खासतौर पर आवारा मवेशियों के कारण होने वाली दुर्घटनाओं पर चिंता जताई। उन्होंने निर्देश दिए कि गाय-भैंसों के गले में रेडियम बेल्ट लगाना अनिवार्य किया जाए ताकि रात में वाहन चालकों को दिक्कत न हो।
‘भारत माता वाहिनी’ करेगी गांव-गांव नशामुक्त अभियान
गांवों में नशे के खिलाफ जंग तेज करने के लिए प्रशासन ने ‘भारत माता वाहिनी’ को एक्टिव करने का फैसला लिया है।
स्कूल-कॉलेजों में नशामुक्ति कार्यक्रम होंगे
समाज कल्याण विभाग और स्वास्थ्य विभाग मिलकर बड़े अभियान चलाएंगे
युवाओं को नशे के खिलाफ जागरूक करने के लिए विशेष वर्कशॉप आयोजित की जाएगी
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