हिमांशु साँगाणी गरियाबंद
गरियाबंद छत्तीसगढ़ में चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। चुनाव आचार संहिता लागू होने से पहले कांग्रेस विधायकों की एक महत्वपूर्ण बैठक आज संपन्न हुई। पीसीसी चीफ दीपक बैज ने बैठक के बाद प्रेस को जानकारी दी और बताया कि पार्टी ने चुनावी तैयारियों को लेकर कई बड़े फैसले लिए हैं।

प्रत्याशी चयन की नई प्रक्रिया
बैठक में निर्णय लिया गया कि नगर पंचायत और नगर निगम के प्रत्याशियों के नाम बीसीसी (ब्लॉक कांग्रेस कमेटी) और डीसीसी (जिला कांग्रेस कमेटी) की बैठकों के बाद सिंगल नाम के रूप में पीसीसी को भेजे जाएंगे।
सिंगल नाम की नीति:
दीपक बैज ने स्पष्ट किया कि “जितने ज्यादा सिंगल नाम आएंगे, उतना अच्छा रहेगा।” केवल विवादित क्षेत्रों में ही पैनल भेजने की अनुमति होगी।
पर्यवेक्षक की भूमिका:
पार्टी पर्यवेक्षक प्रत्येक नगर पंचायत और निगम में जाकर विधायकों, पूर्व विधायकों, और मंत्रियों के साथ बैठक करेंगे।
पार्षदों का चयन:
पार्षद पद के प्रत्याशियों के लिए एक-एक नाम चयनित करने के निर्देश दिए गए हैं।
रणनीति पर हुई चर्चा
बैठक में कांग्रेस विधायकों ने चुनावी मैदान में मजबूती से उतरने की प्रतिबद्धता जताई। दीपक बैज ने कहा, “आज हमने मजबूत रणनीति बनाई है। विधायकों ने कमर कस ली है और हर क्षेत्र में एकजुट होकर काम करेंगे।”
पार्टी का आंतरिक समन्वय मजबूत
बैठक में यह सुनिश्चित किया गया कि नामांकन से पहले पार्टी के सभी नेताओं, विधायकों और कार्यकर्ताओं से समन्वय स्थापित किया जाए। जिन स्थानों पर नामांकन को लेकर असमंजस रहेगा, वहां सीधे पीसीसी में चर्चा होगी।
विवाद से बचने की कोशिश
कांग्रेस ने इस बार प्रत्याशी चयन में पारदर्शिता और सिंगल नाम की नीति को लागू कर चुनावी विवादों से बचने की रणनीति बनाई है। लेकिन यही रणनीति कही विवाद का कार्यक्रम न बन जाए ।