हिमांशु साँगाणी
गरियाबंद। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में वन विभाग ने तोता तस्करी के एक बड़े मामले का पर्दाफाश किया है। टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर फिल्मी स्टाइल में ऑपरेशन को अंजाम दिया। अफसरों ने खरीदार बनकर तस्कर से संपर्क किया और जैसे ही सौदा तय हुआ, मौके पर ही उसे धर दबोचा। आरोपी के घर पर छापेमारी कर 26 नग तोते बरामद किए गए।

खरीदार बनकर पहुंचे वन अफसर, रंगे हाथों पकड़ा तस्कर
वन विभाग को सूचना मिली थी कि छीन तालाब इलाके में एक व्यक्ति तोतों की तस्करी कर रहा है। टीम ने तुरंत एक प्लान बनाया और वन अफसरों ने खुद को खरीदार बताकर तस्कर से संपर्क किया। जैसे ही तस्कर ने तोते बेचने की कोशिश की, टीम ने उसे मौके पर गिरफ्तार कर लिया।
घर में छापेमारी, 26 तोते बरामद
गिरफ्तारी के बाद वन विभाग की टीम ने आरोपी के घर पर दबिश दी, जहां से 26 तोते बरामद किए गए। आशंका जताई जा रही है कि आरोपी लंबे समय से पक्षियों की अवैध तस्करी में संलिप्त था और इन तोतों को ऊंचे दामों पर बेचने की फिराक में था।
गरियाबंद में पहली बार तोता तस्करी पर बड़ी कार्रवाई
यह पहला मौका है जब गरियाबंद में तोता तस्करी पर इतनी बड़ी कार्रवाई हुई है। वन विभाग अब यह पता लगाने में जुटा है कि इस धंधे में और कौन-कौन शामिल है और पक्षियों को कहां बेचा जा रहा था।
वन्यजीव संरक्षण कानून के तहत होगी सख्त कार्रवाई
भारत में कई पक्षी वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के तहत संरक्षित हैं। इनका व्यापार गैरकानूनी है और ऐसा करने पर सख्त सजा का प्रावधान है। वन विभाग ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और आगे की जांच जारी है।
वन विभाग की अपील: अवैध वन्यजीव व्यापार की सूचना दें
वन विभाग ने आम जनता से अपील की है कि अगर कहीं भी वन्यजीवों की तस्करी हो रही हो, तो तुरंत सूचना दें, ताकि इस अवैध कारोबार पर लगाम लगाई जा सके।