हिमांशु साँगाणी
गरियाबंद 11 फरवरी 2025 को होने वाले नगरीय निकाय चुनाव में गरियाबंद जिले के 6 नगरीय निकायों के 41207 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इस बार महिला मतदाताओं की भूमिका महत्वपूर्ण होगी, क्योंकि जिले में महिला मतदाता 21455 हैं, जो कुल मतदाताओं का एक बड़ा हिस्सा बनाती हैं। इस चुनाव में, ईवीएम मशीन के माध्यम से एक ही मतदान यूनिट में अध्यक्ष और पार्षद पद के लिए मतदान किया जाएगा, जहां मतदाता अपने पसंदीदा उम्मीदवार के नाम के सामने नीला बटन दबाकर वोट डाल सकते हैं।

नगरीय निकायों में अध्यक्ष और पार्षद पद के लिए कड़ा मुकाबला
6 नगरीय निकायों में 20 उम्मीदवार अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ेंगे, जबकि 267 उम्मीदवार पार्षद पद के लिए चुनावी मैदान में हैं। खासतौर पर, नगर पंचायत कोपरा में 54 उम्मीदवार हैं, जो इस चुनाव को और भी दिलचस्प बना रहे हैं। नगर पालिका परिषद गरियाबंद में 48 उम्मीदवार पार्षद पद के लिए चुनाव लड़ रहे हैं, जिनमें महिला उम्मीदवारों की संख्या भी बड़ी है। इस चुनाव में मतदाताओं को अब तक की सबसे सरल और त्रुटिरहित मतदान प्रक्रिया से गुजरना होगा।
90 मतदान केंद्र, 704 अधिकारी-कर्मचारी तैयार
चुनाव को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए जिले में 90 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जहां 704 अधिकारी-कर्मचारी अपनी ड्यूटी निभाएंगे। इसके अलावा, 6 आरओ, 6 एआरओ, 8 सेक्टर अधिकारी सहित 432 मतदान अधिकारी और 246 गणना अधिकारी इस चुनाव प्रक्रिया को सुनिश्चित करने के लिए काम करेंगे। इस बार, ईवीएम मशीन के सफेद भाग में अध्यक्ष और गुलाबी भाग में पार्षद के नाम होंगे, जिससे मतदाता बिना किसी कठिनाई के दोनों पदों के लिए मतदान कर सकेंगे।
जनता का फैसला, नगर पालिका का भविष्य तय करेगा
इस चुनाव में न केवल महिला मतदाताओं की शक्ति दिखेगी, बल्कि ईवीएम मशीन की सरल प्रक्रिया से यह मतदान और भी सुलभ होगा। अब जनता को यह तय करना होगा कि वे किसे अपना नेता चुनते हैं—क्या अनुभव और जमीन से जुड़ा नेता बेहतर होगा, या फिर योग्य और शिक्षा प्राप्त उम्मीदवार जो सही दिशा में नगर का विकास कर सके।
इस बार चुनाव सिर्फ वोट नहीं, बल्कि गरियाबंद के भविष्य का सवाल बन चुका है।