हिमांशु साँगाणी
गरियाबंद नगर पालिका में आज एक ऐतिहासिक क्षण देखने को मिला जब उपाध्यक्ष पद के चुनाव में पूरी पार्षद परिषद ने एकजुटता दिखाई। शपथ ग्रहण समारोह के बाद जब चुनाव की प्रक्रिया शुरू हुई, तो दो प्रमुख नाम चर्चा में थे—आसिफ मेमन और सुरेंद्र सोनटेके। दोनों ही अपने-अपने वार्ड से सबसे अधिक मतों से विजयी होकर आए थे, जिससे मुकाबला दिलचस्प बना हुआ था।

गौरतलब है कि सुरेंद्र सोनटेके पहले भी नगर पालिका के उपाध्यक्ष रह चुके हैं और उनका अनुभव इस पद के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा था। लेकिन नगर विकास और समरसता को प्राथमिकता देते हुए सभी पार्षदों ने मिलकर आसिफ मेमन के नाम पर सहमति जताई, और वे निर्विरोध गरियाबंद नगर पालिका के उपाध्यक्ष चुन लिए गए।
आसिफ मेमन ने इस मौके पर सभी पार्षदों और जनता का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वे नगर के विकास और नागरिकों की भलाई के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम करेंगे। वहीं, पूर्व उपाध्यक्ष सुरेंद्र सोनटेके ने भी उन्हें शुभकामनाएं दीं और नगर पालिका की बेहतरी के लिए सहयोग देने का आश्वासन दिया।
इस निर्णय से नगर पालिका में एकता और सहयोग की भावना और मजबूत हुई है, जिससे आने वाले समय में शहर के विकास कार्यों को और गति मिलेगी।