हिमांशु साँगाणी
गरियाबंद Pairi Times 24×7 डेस्क
खरीफ 2025 की तैयारी शुरू! गरियाबंद जिले में समितियों के पास पर्याप्त यूरिया, सुपर फास्फेट, एनपीके और पोटाश उपलब्ध। जानिए DAP के विकल्प और खाद का अग्रिम उठाव क्यों है ज़रूरी। खरीफ का मौसम धीरे-धीरे सिर उठाने लगा है और किसान भाई भी खेतों की ओर बढ़ने लगे हैं। लेकिन ज़रा ठहरिए! क्या आपने इस बार खाद का इंतज़ाम समय रहते कर लिया है? अगर नहीं, तो सावधान हो जाइए, क्योंकि इस बार देर करने वाले किसानों को पछताना पड़ सकता है।

समिति में स्टॉक है लेकिन देर करने वालों के लिए खतरे की घंटी!
जिले की सहकारी समितियों में 8 अप्रैल 2025 की स्थिति में यूरिया 3163 मीट्रिक टन, सुपर फास्फेट 1655, डीएपी 490, पोटाश 516 और एनपीके 188 मीट्रिक टन का भंडारण मौजूद है। यानी अभी उर्वरक की कोई किल्लत नहीं है। लेकिन जैसे-जैसे खरीफ नज़दीक आएगा, मांग का पारा चढ़ेगा और खाद के लिए मारामारी शुरू हो जाएगी।
ब्याज जीरो, फायदों की लिस्ट लंबी!
शून्य प्रतिशत ब्याज पर कृषि ऋण और खाद उपलब्ध है, तो फिर पीछे क्यों रहना? समय रहते उर्वरक का अग्रिम उठाव कर लीजिए और बिना कोई अतिरिक्त खर्च किए अपनी फसल की नींव मज़बूत कर लीजिए। डीएपी के पीछे भागने की ज़रूरत नहीं – विकल्प दमदार हैं! अगर डीएपी नहीं मिला, तो चिंता छोड़िए! कृषि वैज्ञानिकों ने वैकल्पिक उर्वरकों की सटीक सिफारिश की है। धान और मक्का जैसी फसलों के लिए
यूरिया + एनपीके (20:20:0:13) + पोटाश
या यूरिया + एनपीके (12:32:16) + पोटाश
या यूरिया + सिंगल सुपर फॉस्फेट + पोटाश
का मिश्रण अपनाकर शानदार उत्पादन लिया जा सकता है।
मुंगफली बोने वालों के लिए भी खुशखबरी!
तेलहनी फसल मुंगफली के लिए यूरिया 17 किलो, सुपर फॉस्फेट 200 किलो और पोटाश 13 किलो प्रति एकड़ की दर से संतुलित खाद का उपयोग करें और देखिए कैसे खेत सोना उगलते हैं।POS मशीन से ही होगा खाद वितरण
शासन की सख्ती भी जारी है। सभी समितियों को निर्देश दिए गए हैं कि निर्धारित दर पर उर्वरक केवल पीओएस मशीन से ही वितरित किए जाएं।
तो किसान भाइयों, मौसम के पहले ही उठाएं कदम
DAP की कतार में लगने की बजाय, सुपर फॉस्फेट और एनपीके जैसे विकल्पों को अपनाएं और संतुलित पोषण से अपनी फसल को दें सुपर पॉवर! अभी खाद उठाएं और बाद में चैन की नींद सोएं।
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