हिमांशु साँगाणी
गरियाबंद में सुशासन तिहार के दौरान 1.45 लाख से अधिक आवेदन प्राप्त, कलेक्टर दीपक अग्रवाल ने लापरवाह अधिकारियों पर कसा शिकंजा, फिंगेश्वर सीएमओ निलंबित, 15 से ज्यादा अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस।

गरियाबंद, Pairi Times 24×7 डेस्क
गरियाबंद जिले में ‘सुशासन तिहार’ अब सिर्फ एक सरकारी आयोजन नहीं, बल्कि अफसरों के लिए अग्निपरीक्षा बन चुका है। कलेक्टर दीपक अग्रवाल ने लापरवाह अधिकारियों की जमकर क्लास ली और सुशासन की गाड़ी को पटरी पर लाने के लिए बड़ा कदम उठाया। फिंगेश्वर नगर पंचायत के सीएमओ चंदन मानकर को सस्पेंड करने का आदेश देकर उन्होंने साफ संकेत दिया—अब ढिलाई नहीं चलेगी।
1 लाख 45 हजार 984 आवेदन मिले
कलेक्टर ने बताया कि 8 से 11 अप्रैल तक चले सुशासन तिहार में जिले भर से कुल 1 लाख 45 हजार 984 आवेदन मिले। हर आवेदन के समयबद्ध निराकरण की जिम्मेदारी अब अधिकारियों पर है, और लापरवाही की कोई गुंजाइश नहीं।
दर्जन भर अधिकारीयों को थमाया नोटिस
जिला कार्यालय में हुई समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने चौंकाने वाली बात उजागर की—बैठक में तीन एसडीएम, दो जनपद सीईओ और पांच सीएमओ सहित दर्जन भर से ज्यादा अधिकारी बिना सूचना के गायब मिले! नतीजा—कारण बताओ नोटिस जारी।
फिंगेश्वर सीईओ के ऊपर गिरी गाज
निलंबन की गाज सबसे पहले फिंगेश्वर के सीएमओ पर गिरी, जो न केवल कार्यालय से नदारद थे, बल्कि समीक्षा बैठक में भी बिना सूचना के अनुपस्थित रहे। इसी तरह राजिम, मैनपुर और देवभोग के एसडीएम और संबंधित विभागों के जिला अधिकारी भी कलेक्टर के रडार पर आ गए।
कलेक्टर ने अधिकारियों को दो टूक कहा
हर आवेदन की मॉनिटरिंग सुनिश्चित करें, विभागवार प्रविष्टि हो, और 20 दिनों के भीतर जवाब मिले। अन्यथा अगला नोटिस आखिरी होगा।बैठक में जिला पंचायत सीईओ जी.आर. मरकाम, अपर कलेक्टर नवीन भगत, और प्रकाश राजपूत समेत कई अधिकारी मौजूद रहे।
Pairi Times 24×7 की विशेष रिपोर्ट, जहां सुशासन की कसौटी पर तौल रहे हैं अफसर, और जनता देख रही है – किसकी गाड़ी पटरी पर दौड़ेगी, किसकी पटरी से उतरेगी!
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