हिमांशु साँगाणी
15 और 18 अप्रैल को जिला व राज्य स्तर पर मितानिनों की मानव श्रृंखला, चेताया – अब नहीं सुनी गई मांगें तो होगा अनिश्चितकालीन धरना
गरियाबंद छत्तीसगढ़ की स्वास्थ्य व्यवस्था की दशकों से मजबूत नींव रही मितानिनें अब अपने हक़ की लड़ाई में उतर चुकी हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) में नियमितीकरण, पेंशन-बीमा योजना, NGO व ठेका प्रथा से दूरी जैसे चार प्रमुख मांगों को लेकर मितानिन एवं मितानिन प्रशिक्षक अब आंदोलन की राह पर हैं।

15 अप्रैल 2025 को पूरे प्रदेश में जिला स्तर पर मानव श्रृंखला बनाकर धरना प्रदर्शन किया जाएगा, वहीं 18 अप्रैल 2025 को रायपुर में राज्य स्तरीय रैली का आयोजन होगा, जिसमें हजारों मितानिनें भाग लेंगी।

चार सूत्रीय मांगें
50% मानदेय वृद्धि का आदेश तुरंत लागू किया जाए (पत्र क्रमांक एन-15/2024/163 दिनांक 10.12.2024)।
NHM के तहत स्पष्ट गाइडलाइन जारी की जाए जिससे कार्य स्पष्ट व संरचित हो।
मितानिन कल्याण कोष से पेंशन और बीमा योजना शुरू की जाए।
एनजीओ या ठेका कर्मचारियों के साथ कार्य न करवाया जाए, मितानिनों को अलग से सम्मानजनक पहचान दी जाए।
सरकार को दी चेतावनी – अबकी बार आर-पार
मितानिनों ने चेतावनी दी है कि यदि इस बार भी शासन ने उनकी मांगों को हल्के में लिया, तो प्रदर्शन के बाद अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया जाएगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन और प्रशासन की होगी।
सेवा से संघर्ष तक: मितानिनों की आवाज़ अब सिर्फ गांव-गली नहीं, राजधानी की सड़कों पर भी गूंजेगी
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