हिमांशु साँगाणी पैरी टाइम्स 24×7 डेस्क गरियाबंद
बैरपारा की महिलाओं ने सड़क रोकी देवभोग के बैरपारा में महिलाओं ने पीने के पानी के लिए सड़क जाम कर दिया। SDM की समझाइश पर बोर खनन और मरम्मत का आश्वासन मिला।
गरियाबंद छत्तीसगढ़ के देवभोग के अंतर्गत माहुलकोट पंचायत का आश्रित ग्राम बैरपारा इस वक्त सोशल मीडिया पर ट्रेंड नहीं कर रहा, लेकिन जल संकट ने इसे आज ब्रेकिंग न्यूज़ बना दिया। वजह? महिलाएं और उनकी पानी के लिए 10 मिनट की NH-स्तरीय क्रांति!
गांव की दर्जनों महिलाएं उस वक्त सड़क पर उतर आईं, जब हफ्ते भर से हैंडपंप ने पानी देना बंद कर दिया और ग्रामीणों को तालाब का नेचुरल मिनरल वाटर पीने की मजबूरी हो गई। बोतलबंद पानी पीने वाले बाबू लोग समझ नहीं पाएंगे, पर तालाब में नहाते मवेशियों और पीते इंसानों के बीच की लाइन बहुत पतली होती है । खासकर जब सरकार सोई हो।

बैरपारा की महिलाओं ने सड़क रोकी
बैरपारा की महिलाओं ने सड़क रोकी 10 मिनट की ब्लॉकेज, 10 साल की चेतावनी
महिलाओं ने सड़क जाम कर अपना विरोध दर्ज कराया। NH पर ट्रैफिक रुका, अफसरों के पसीने छूटे, और सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड होने से पहले ही प्रशासन हरकत में आ गया। SDM देवभोग खुद मौके पर पहुंचे और अपनी मीठी जुबान से समझाइश दी। महिलाओं ने भी साफ कह दिया, या तो बोर खोदो, या हम यहीं धरना देंगे ।

SDM बोले बोर भी होगा, मरम्मत भी
आश्वासन की चाशनी में डूबी हुई बातें लेकर SDM साहब बोले – हैंडपंप का तुरतुर मरम्मत होगा, और एक नया बोरवेल भी खुदवाया जाएगा। महिलाएं मानीं, सड़क जाम हटा और अफसरों ने राहत की सांस ली।
तालाब का पानी पीना बंद, अब देखना है बोर कब उगलता है पानी
गांव की जनता फिलहाल SDM के वादों पर भरोसा कर बैठी है, लेकिन प्रशासन की स्पीड का अंदाज़ा लगाने वाले जानते हैं कि “वादा किया है, निभाएंगे कभी स्टाइल में काम होता है।