हिरण की खाल और गांजा गरियाबंद के कनसिंघी गांव में पति-पत्नी हिरण की खाल और गांजा लेकर ग्राहक का इंतजार करते पकड़े गए। पुलिस ने 1.5 किलो गांजा और हिरण की खाल बरामद कर आरोपियों को गिरफ्तार किया।
गरियाबंद छुरा थाना क्षेत्र के कनसिंघी गांव में रविवार को एक ‘संयुक्त पारिवारिक व्यापार’ का भंडाफोड़ हुआ। पति-पत्नी की यह जोड़ी हिरण की खाल और गांजा लेकर सड़क किनारे ग्राहक का इंतजार कर रही थी। पुलिस की टीम ने मौके पर दबिश देकर दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने बताया कि आरोपी खिलावन दास वैष्णव (42) और उसकी धर्मपत्नी सेवती बाई (40) कनसिंघी के ही रहने वाले हैं। दोनों के पास से 1 किलो 500 ग्राम गांजा (कीमत लगभग 15 हजार रुपये) और एक पुरानी हिरण की खाल (कीमत लगभग 50 हजार रुपये) बरामद की गई। यानी वन्यजीव प्रेम और नशा कारोबार का ‘कॉम्बो ऑफर’ खुलेआम बाजार में पेश था।

हिरण की खाल और गांजा
हिरण की खाल और गांजा तस्करी की पुलिस को थी पक्की मुखबिरी
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर छुरा थाना प्रभारी की टीम पहले से ही अवैध कारोबारियों पर नजर बनाए हुए थी। मुखबिर से पक्की खबर मिलते ही टीम कनसिंघी शिव मंदिर के पास पहुंची और दोनों को घेराबंदी कर धर दबोचा। महिला स्टाफ की मौजूदगी में पूछताछ की गई तो दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
कौन-कौन से कानून टूटे?
इस पति-पत्नी की जोड़ी पर धारा 20(ख) NDPS एक्ट, धारा 39(ए)(बी) 50, 51, 49(ए), 49(बी) वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम और धारा 3(5) BNS के तहत केस दर्ज किया गया। पुलिस ने बरामद सामान जब्त कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर दिया है।
थाना छुरा पुलिस की टीम रही सराहनीय
इस कार्रवाई में थाना छुरा पुलिस की सक्रियता और चुस्त मुस्तैदी की खूब सराहना हो रही है। गांव में चर्चा है कि लोग अब हिरण की खाल बेचने से पहले दो बार सोचेंगे।
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