हिमांशु साँगाणी / गरियाबंद
गरियाबंद / देशभर में दीपों का त्योहार दीपावली इस साल भी बड़े ही उत्साह के साथ मनाया गया। दिवाली के लिए लोगों ने जमकर खरीदारी की, जिसका असर देश की अर्थव्यवस्था पर भी दिखा। इस त्योहार के दौरान भारतीय बाजारों में रिकॉर्ड 4.25 लाख करोड़ का व्यापार हुआ, जो अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है।
गरियाबंद में भी बाजारों में दिखी रौनक
गरियाबंद सहित देश के विभिन्न शहरों में दुकानों पर भीड़ उमड़ी रही। छोटे से लेकर बड़े सभी व्यापारियों को अच्छी बिक्री का लाभ मिला। खासकर कुम्हारों, कारीगरों और घरों में दिवाली का सामान बनाने वाले लोगों ने भी बड़े पैमाने पर अपने उत्पादों की बिक्री की।
भारतीय सामानों की मांग में तेजी
दिवाली पर मिट्टी के दीये, भगवान की मूर्तियाँ, वंदनवार, पूजा का सामान, मिठाई-नमकीन, सजावटी लाइट्स, कपड़े, हैंडीक्राफ्ट, गहने, और घरेलू उपयोग की वस्तुएं खूब बिकीं। व्यापारियों के अनुसार, इस साल चीनी उत्पादों के बजाय लोगों ने भारतीय उत्पादों को प्राथमिकता दी, जिससे सभी व्यापारी काफी उत्साहित हैं।
अब शादियों के सीजन पर नजर
इस वर्ष भारतीय सामान की बिक्री में जबरदस्त वृद्धि हुई है। दिवाली की सफलता के बाद व्यापारी अब देवउठनी एकादशी के साथ शुरू होने वाले शादी सीजन में अच्छे कारोबार की उम्मीद कर रहे हैं।
त्योहारों का योगदान देश की अर्थव्यवस्था में अहम
त्योहारी सीजन भारत की अर्थव्यवस्था का अभिन्न हिस्सा है। दिवाली पर भारतीयों द्वारा किए गए इस योगदान से देश की आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है।
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