हिमांशु साँगाणी पैरी टाइम्स 24×7 डेस्क गरियाबंद
बच्चों के उत्सव में राजनीति देवाडांड़ में शाला प्रवेश उत्सव के दौरान मंच पर हुआ सियासी ड्रामा। ममता सिंह के विरोध के बाद स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी कार्यक्रम छोड़कर गए। पढ़िए पूरी खबर Pairi Times 24×7 पर।
गरियाबंद शाला प्रवेश उत्सव में उस वक्त सबकुछ स्क्रिप्ट के मुताबिक चल रहा था, जब तक कि जिला पंचायत सदस्य ममता सिंह ने माइक थामकर सीधे शिक्षा विभाग और प्रशासन की क्लास लेना शुरू नहीं कर दी। माइक मिला नहीं कि मंच पर शुरू हो गया हाई वोल्टेज ड्रामा, जो किसी टीवी सीरियल से कम नहीं था।

बच्चों के उत्सव में राजनीति
बच्चों के उत्सव में राजनीति क्यों नहीं बुलाया मुझे? महिला हूं, आदिवासी हूं, कांग्रेस की हूं!
ममता सिंह का आरोप था कि आमंत्रण पत्र में उनका नाम नहीं छपवाना न सिर्फ उनका बल्कि पूरी महिला जाति, आदिवासी समाज और कांग्रेस पार्टी का अपमान है। उन्होंने मंच से ही सवाल ठोंका क्या कांग्रेस से होना अब गुनाह है? क्या महिला होना निमंत्रण से बाहर होने की वजह है?
स्वास्थ्य मंत्री बोले न बाबा न ये मंच मेरे बस का नहीं ।
मुख्य अतिथि स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल मंच पर बैठे-बैठे ही तेजाब जैसी तीखी बातें सुनते-सुनते चुपचाप उठे और चप्पल पहनकर निकल लिए। कार्यक्रम के बीच से उनका वॉकआउट साफ इशारा था इतनी गर्मी तो अस्पताल के ICU में भी नहीं मिलती!
जिला कांग्रेस अध्यक्ष अशोक श्रीवास्तव ने कहा
ममता सिंह सिर्फ जनप्रतिनिधि नहीं, एक पूर्व सैनिक की पत्नी और गुरु की बहू भी हैं। ये अपमान पूरे समाज का अपमान है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर अगली बार कांग्रेस के प्रतिनिधियों को नहीं बुलाया गया, तो कार्यक्रम के मंच नहीं सजेंगे, सिर्फ प्रदर्शन होंगे।
मंत्री जी ने दिखाई मर्यादा
मंच पर विवाद की स्थिति बनते ही स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने संयम और शालीनता का परिचय देते हुए कार्यक्रम छोड़ना बेहतर समझा। उन्होंने बच्चों के उत्सव की गरिमा को प्राथमिकता दी और किसी भी टकराव से बचते हुए जिम्मेदार नेतृत्व का परिचय दिया।
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