विराट कोहली गरियाबंद के माडागांव में दो युवकों को मिला रजत पाटीदार का पुराना सिम, कोहली और एबी डिविलियर्स के कॉल से गांव बना क्रिकेट का VIP हब।
गरियाबंद आमतौर पर क्रिकेटर का नंबर पाने के लिए फैंस सालों तक सोशल मीडिया पर भाई प्लीज रिप्लाई लिखते रहते हैं, लेकिन माडागांव के दो साधारण लड़कों को यह नंबर जियो की स्कीम में मुफ्त मिल गया। और बस, गांव की सुबह-शाम Hello मैं विराट कोहली बोल रहा हूं टाइप कॉल से चमकने लगी।

विराट कोहली
विराट कोहली 28 जून जब गांव में उतर आया क्रिकेट का स्वर्गीय नेटवर्क
देवभोग के बीसी मोबाइल सेंटर में मनीष बीसी को जियो का नया सिम मिला, और किस्मत ने पिच पर ऐसा शॉट खेला कि वही नंबर निकला, जो कभी भारत के उभरते क्रिकेटर रजत पाटीदार के पास था। 90 दिन तक नंबर बंद रहा, फिर गांव वालों को अलॉट हो गया जैसे BCCI ने लकी ड्रा कर दिया हो।
व्हाट्सऐप खोला पाटीदार की फोटो, कॉल आया मैं कोहली हूं
मनीष और उसका दोस्त खेमराज, जो कोहली के कट्टर फैन हैं, ने व्हाट्सऐप इंस्टॉल किया और देखा कि डीपी में खुद रजत पाटीदार मुस्कुरा रहे हैं। दो दिन बाद कॉल आने लगे कोई खुद को कोहली बताता, कोई एबी डिविलियर्स, और कोई Yes Dayal गांव वालों ने सोचा यह क्रिकेट वर्जन ऑफ कॉमेडी नाइट्स विद कपिल है, और जवाब भी उसी अंदाज में देते रहे
कॉलम रजत पाटीदार का गोल्डन रिक्वेस्ट
15 जुलाई को असली कॉल आया
भाई, मैं रजत पाटीदार बोल रहा हूं, नंबर मेरा है, वापस कर दो।
गांव के लड़के बोले और मैं माही हूं । पाटीदार ने कहा ठीक है, पुलिस भेज रहा हूं । और 10 मिनट बाद सच में पुलिस आ गई। यानी, यह पहला केस था जिसमें Bouncer का काम पुलिस ने किया।
सिम वापसी और क्रिकेट की कसमें
एमपी साइबर सेल और गरियाबंद पुलिस के डबल अटैक के बाद सिम रजत पाटीदार को लौटाया गया। मनीष और खेमराज अब गर्व से कहते हैं । हमने चाहा तो सिम रख सकते थे, लेकिन हम स्पोर्ट्समैन शिप में विश्वास रखते हैं।
खेमराज को अब भी उम्मीद है कि एक दिन पाटीदार फोन करेंगे और इस बार बैकग्राउंड में IPL का थीम सॉन्ग बजेगा।
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