हिमांशु साँगाणी पैरी टाईम्स 24×7 डेस्क गरियाबंद
79वां स्वतंत्रता दिवस पर जब देशभर में हर घर तिरंगा लहरा रहा था, गोबरा नवापारा के सरकारी दफ्तरों में तिरंगा छुट्टी पर था। जानिए पैरी टाईम्स पर मामले का पूरा सच।
गरियाबंद/गोबरा नवापारा, 79वां स्वतंत्रता दिवस चारों ओर तिरंगे, देशभक्ति के गीत और हर घर तिरंगा की गूंज। लेकिन इस जोश के बीच, दो सरकारी दफ्तरों ने इस दिन को शायद गहरी नींद में मनाने का फैसला कर लिया। हमर क्लीनिक (अयोग्य मंदिर, सतनामी पारा, वार्ड क्रमांक 9) और भारतीय डाकघर यहां न तिरंगा लहराया, न कोई कार्यक्रम हुआ, बस सरकारी सन्नाटा।

79वां स्वतंत्रता दिवस
79वां स्वतंत्रता दिवस पर जिम्मेदारी का पिंग-पोंग खेल
पूछा गया तो विकासखंड चिकित्सा अधिकारी ने जिम्मेदारी नीचे फेंक दी, मानो कह रहे हों मेरे लेवल का काम नहीं, आगे बढ़ो। वहीं डाकघर के उप डाकपाल ने भी तिरंगे को जगह की कमी का हवाला देकर आराम दे दिया। लगता है, आज़ादी का जश्न मनाने के लिए प्लॉट चाहिए, देशभक्ति के लिए दिल नहीं।
हर घर तिरंगा बनाम हमारे दफ्तर में तिरंगा नहीं
देश में जब पीएम से लेकर गली-मोहल्ले तक हर घर तिरंगा को लेकर फोटोशूट कर रहे थे, गोबरा नवापारा के इन सरकारी अड्डों ने मानो कह दिया तिरंगा तो VIP है, यहां बुलाने की औकात नहींn।
स्थानीय नाराज़गी भविष्य में तिरंगे का सम्मान चाहिए
स्थानीय लोग इसे राष्ट्रीय पर्व की बेइज्जती मान रहे हैं। नाराज़गी इतनी है कि लोग अब चाहते हैं कि अगली बार तिरंगे को भी बुलावा भेजा जाए और बैठने के लिए कुर्सी दी जाए।
सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस
स्वतंत्रता दिवस हर साल आता है, लेकिन तिरंगे को सरकारी दफ्तरों में लहराने का मन शायद पांच साल में एक बार आता है। गोबरा नवापारा का यह खास अंदाज़ अब सोशल मीडिया पर भी चर्चा में है।
यह भी पढ़ें …. गरियाबंद का आत्महत्या गांव फिर दहला,खेत की झोपड़ी में युवक का शव,लेकिन वजह ने सबको उलझा दिया ।