हिमांशु साँगाणी पैरी टाईम्स 24× 7 डेस्क गरियाबंद
गरियाबंद शिक्षक सम्मान समारोह शिक्षा की असली मशाल ग्रामीण अंचलों में जल रही है । गरियाबंद में शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन, जिसमें सांसद रूपकुमारी चौधरी और विधायक रोहित साहू समेत जनप्रतिनिधियों ने ग्रामीण अंचलों में शिक्षा की मशाल जलाने वाले शिक्षकों को सम्मानित किया। Pairi Times 24×7 की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट।
गरियाबंद पढ़ेगा इंडिया तभी तो बढ़ेगा इंडिया ये लाइनें मंच पर तो खूब गूंजती हैं, लेकिन हकीकत यह है कि असली शिक्षा वहीं पल रही है जहां न डाटा की फुल नेटवर्क बार होती है, न एसी क्लासरूम। जी हाँ, बात हो रही है उन शिक्षकों की, जो दूरस्थ अंचलों में संसाधनों की कमी के बावजूद बच्चों को मुख्यधारा से जोड़े रखने का काम कर रहे हैं।

गरियाबंद शिक्षक सम्मान समारोह
गरियाबंद शिक्षक सम्मान समारोह सांसद बोली शिक्षक राष्ट्र निर्माता
इस अवसर पर सांसद रूपकुमारी चौधरी ने सभी को शिक्षक दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि शिक्षक राष्ट्र निर्माता होते हैं। उनका योगदान केवल पाठ्यक्रम तक सीमित नहीं है, बल्कि वे विद्यार्थियों के जीवन को आदर्श, अनुशासन और संस्कार से जोड़ने का कार्य करते हैं।
रोहित साहू बोले शिक्षक और शिक्षा ही समाज की प्रगति का आधार
रोहित साहू ने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षक जीवनभर विद्यार्थियों का पथ-प्रदर्शन करते हैं। माता-पिता बच्चों को जन्म देते हैं, लेकिन उन्हें सच्चा नागरिक और जिम्मेदार इंसान बनाने का कार्य शिक्षक ही करते हैं।
विधायक जनक ध्रुव बोले ग्रामीण एवं दूरस्थ अंचलों में कार्यरत शिक्षक विशेष प्रशंसा के पात्र
बिन्द्रानवागढ़ विधायक जनक ध्रुव ने कहा कि शिक्षक केवल ज्ञान नहीं देते बल्कि वे संस्कारों की नींव रखते हैं। उन्होंने कहा कि आज की युवा पीढ़ी अनेक चुनौतियों का सामना कर रही है, ऐसे समय में शिक्षकों का मार्गदर्शन ही उन्हें सही दिशा दे सकता है।
सम्मान का पल शॉल, श्रीफल और स्मृति चिन्ह का गुरु-दक्षिणा
शिक्षक सम्मान समारोह में मंच पर कुछ अलग ही नज़ारा था।
09 शिक्षकों को अर्द्धवार्षिकी सेवा पूर्ण करने पर शॉल, श्रीफल, प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया गया।
11 उत्कृष्ट व्याख्याता, 11 प्रधानपाठक, 13 शिक्षक, 11 सहायक शिक्षक और 11 दिव्यांग शिक्षकों को भी उनकी उल्लेखनीय सेवाओं पर सम्मानित किया गया।
यह नजारा देखकर लगा मानो गुरु शब्द सिर्फ किताबों का हिस्सा नहीं, बल्कि समाज की सांसों में बसा हुआ है।
कार्यक्रम की मौजूदगी नेताओं से लेकर मीडिया तक
इस अवसर पर सांसद रूपकुमारी चौधरी, विधायक रोहित साहू, कलेक्टर बी.एस. उइके, जिला पंचायत सीईओ प्रखर चंद्राकर, अपर कलेक्टर नवीन भगत, नगर पालिका अध्यक्ष रिखीराम यादव, जिला अध्यक्ष अनिल चंद्राकर, मंडल अध्यक्ष सुमित पारख जनपद अध्यक्ष सोहन ध्रुव, महामंत्री आशीष शर्मा, शिक्षा अधिकारी जगजीत सिंह धीर सहित बड़ी संख्या में गणमान्य लोग, वरिष्ठ नागरिक, मीडिया प्रतिनिधि और शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद रहे। गाँव में पढ़ाने वाले शिक्षक जब मंच पर सम्मानित हो रहे थे तो ऐसा लगा जैसे वर्षों की मेहनत का ब्याज आखिरकार चेक से नहीं, बल्कि तालियों से मिल रहा हो। और यही तो समाज का सबसे असली इनाम है।
कार्यक्रम का संचालन गिरिश शर्मा ने किया और माहौल को जीवंत बना दिया।
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