हिमांशु साँगाणी पैरी टाईम्स 24×7 डेस्क गरियाबंद
ऑनलाइन धोखाधड़ी छत्तीसगढ़ में आरटीओ ई-चालान से जुड़े फर्जी मैसेज और लिंक से लोग हो रहे ठगी का शिकार। जानें असली चालान जांचने का तरीका और धोखाधड़ी से बचने का उपाय।
गरियाबंद छत्तीसगढ़ में ट्रैफिक नियम तोड़ने पर चालान भरना आसान था, लेकिन अब चालान तोड़े बिना भी चालान भरवाने वाले नए जमाने के ठग मैदान में उतर आए हैं। व्हाट्सएप और SMS पर बधाई हो, आपका चालान कटा । जैसे डरावने मैसेज भेजकर ये स्कैमर जनता की जेब का सिग्नल रेड कर रहे हैं।

ऑनलाइन धोखाधड़ी
ऑनलाइन धोखाधड़ी नकली चालान, लेकिन असली नुकसान
लोगों को भेजे जा रहे ई-चालान लिंक पर क्लिक करते ही खुलता है ठगी का एक्सप्रेस-वे। लिंक में फंसे तो न केवल बैंक डिटेल उड़ जाती है, बल्कि अकाउंट का बैलेंस भी नो-एंट्री जोन में पहुंच जाता है । इसलिए सावधानी बरते और किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करे ।
असली चालान कहाँ और कैसे चेक करें?
परिवहन विभाग ने जनता से अपील की है ।
कोई भी चालान चेक करना है तो सीधे आधिकारिक वेबसाइट www.echallan.parivahan.gov.in पर जाएं।
वहां Pay Online पर क्लिक करें, चालान नंबर डालें, कैप्चा भरें और OTP से डिटेल देखें। ध्यान रहे, असली ई-चालान हमेशा आपके पंजीकृत मोबाइल पर सिर्फ विभागीय मैसेज से आता है, न कि किसी अजीब लिंक के साथ।
ऑनलाइन पेमेंट निकासी का डर
लोगों का कहना है साहब, पहले तो ट्रैफिक पुलिस से ही डर लगता था कि चालान कटा देंगे, लेकिन अब तो मोबाइल मैसेज वाले ही गाड़ी रोक-रोक कर हमारे खाते का बैलेंस काट रहे हैं।
जिला परिवहन अधिकारी ने हिदायत दी है
किसी भी संदिग्ध मैसेज/लिंक पर क्लिक न करें।
अजनबियों को ऑनलाइन पेमेंट न करें।
अगर कोई फर्जी कॉल या मैसेज मिले तो तुरंत पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराएं।
ट्रैफिक का उल्लंघन किया तो सड़क पर और लापरवाही की तो खाते से कटेगा चालन
छत्तीसगढ़ में चालान अब सिर्फ ट्रैफिक वाले नहीं काट रहे, ठग भी जनता की जेब का नियम उल्लंघन कर रहे हैं। फर्क बस इतना है कि असली चालान से सड़क सुरक्षित होती है, और नकली चालान से खाता खाली ।


