हिमांशु साँगाणी पैरी टाईम्स 24×7 डेस्क गरियाबंद
एनएचएम कर्मियों गरियाबंद में एनएचएम कर्मचारियों ने प्रशासन के खिलाफ बड़ा आंदोलन छेड़ा जल सत्याग्रह, रैली, मंदिर यात्रा और कार्य बहिष्कार तक। जानें पूरा शेड्यूल और कर्मचारियों की चेतावनी Pairi Times 24×7 पर।
गरियाबंद इन दिनों सिर्फ नियमों की किताब से नहीं, बल्कि एनएचएम कर्मचारियों के आंदोलन की डायरी से चल रहा है। कर्मचारी कह रहे हैं हमारा हक़ दो वरना आंदोलन की गूंज प्रशासन की नींद उड़ा देगी।

एनएचएम कर्मियों
एनएचएम कर्मियों की बिगुल बजाती रूपरेखा
संघ ने पहले ही प्रशासन को पत्र थमा दिया है अब न कोई बहाना चलेगा और न ही मीठे वादे। तय कार्यक्रम सीधा चेतावनी जैसा है
09 सितम्बर जल सत्याग्रह, ताकि सरकार को महसूस हो कि जिस पानी से जनता जीती है, उसी पानी में हक़ के लिए डूबने को मजबूर हैं।
10 सितम्बर बी.टी.आई. कार्यालय घेराव, जहां कर्मचारी पूछेंगे कितना और सहेंगे?
11 सितम्बर मनोकामना श्रीफुल यात्रा, यहां कर्मियों ने साफ कहा है मनोकामना सिर्फ वेतन और सम्मान की है, बाकी सब दिखावा है।
12 सितम्बर कार्य बहिष्कार, क्योंकि जब तक न्याय नहीं मिलेगा, तब तक दफ्तर खाली और सड़कें गवाही देंगी।
प्रशासन की भूमिका पर सवाल
जनता का कहना है कि प्रशासन हर बार कर्मचारियों को कागजों और बैठकों के जाल में फँसाता है। लेकिन अब हालात बदल चुके हैं। कर्मचारी खुलकर मैदान में उतर आए हैं। सवाल सीधा है आखिर क्यों स्वास्थ्य कर्मियों को बार-बार अपने हक के लिए सड़कों पर उतरना पड़ता है?
आर पार के मूड़ में एनएचएम कर्मचारी
लोग कह रहे हैं प्रशासन सिर्फ नोटशीट पलटता है, और कर्मचारी जनता की जान बचाते हैं। लेकिन फायदा किसे मिलता है? कुर्सी पर बैठे अफसरों को। अबकी बार एनएचएम संघ ने ठान लिया है हम काम छोड़ देंगे, लेकिन हक छोड़े बिना नहीं।
यह भी पढ़ें ….ऑनलाइन चाकू माफिया पर गरियाबंद पुलिस की सर्जिकल स्ट्राइक 300 नग हथियार जब्त, अपराधियों की धड़कनें तेज ।