रवि कुमार / दुर्ग
दुर्ग जिले के कुम्हारी-अहिवारा रोड पर प्रशासन ने एक ऐसी नकली पनीर फैक्ट्री पर छापा मारा, जो चार महीनों से गुपचुप तरीके से संचालित हो रही थी। इस फैक्ट्री में स्किम्ड मिल्क पाउडर, पाम ऑयल और अन्य घटिया तेल मिलाकर पनीर तैयार किया जाता था और बाजार में बेचा जा रहा था। खास बात यह है कि फैक्ट्री संचालकों ने अधिकारियों के सामने ही मात्र आधे घंटे में नकली पनीर बनाकर दिखा दिया, जिससे अधिकारी हैरत में पड़ गए।
जांच में शिकायत सही पाए जाने पर हुई कार्यवाही ।
त्योहारी सीजन में खराब गुणवत्ता वाले पनीर की बिक्री की शिकायतें मिलने के बाद खाद्य विभाग हरकत में आया और जांच के लिए कई डेयरी से सैंपल इकट्ठा किए। इन सैंपलों की जांच से नकली पनीर बनाने वाली इस फैक्ट्री का पर्दाफाश हुआ।
मीडिया के माध्यम से मिली शिकायत के बाद मौके पर पहुँचे एसडीएम ।
भिलाई 3 के एसडीएम महेश राजपूत ने बताया, “मीडिया के माध्यम से हमें इस अवैध फैक्ट्री की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंचकर हमने पाया कि पनीर नकली था। संपूर्ण जांच के बाद फैक्ट्री को सील कर दिया गया और सैंपल लैब टेस्ट के लिए भेजे गए हैं।”
प्रशासन की इस कार्रवाई से न सिर्फ नकली पनीर के कारोबारियों को चेतावनी मिली है, बल्कि आम लोगों को भी त्योहारों के दौरान मिलावटखोरी से बचने की सलाह दी गई है।