हिमांशु साँगाणी/ गरियाबंद
गरियाबंद। खबरों का असर क्या होता है, यह किसी से छुपा नहीं है। लेकिन गरियाबंद खाद्य विभाग पर इसका असर देखना कुछ वैसा ही था, जैसे कुंभकर्ण का अचानक जाग जाना। PAIRITIMES24x7 द्वारा 18 दिसंबर से लगातार उठाए जा रहे मुद्दों के बाद आखिरकार विभाग जागा और अवैध धान-चावल खरीदी पर बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी।
पहली बार जिले में खाद्य विभाग ने इतने बड़े पैमाने पर छापेमारी की है, कि गाड़ियों से ज्यादा बोरी और तौल मशीनें व्यस्त नजर आ रही हैं। इस दौरान हासन रजा मेमन की कोकड़ी स्थित गरीब नवाज ट्रेडर्स में भी “आखिरकार” कार्रवाई की गई । मगर लेट लतीफी के चलते ज्यादा कुछ हाथ नही लगा ।

खबरें बनीं ‘एलार्म क्लॉक’
हमारे पोर्टल ने 18 दिसंबर को चावल व्यापारी हासन रजा मेमन के यहां ईडी की छापेमारी को प्रमुखता से उठाया और खाद्य विभाग की निष्क्रियता पर सवाल खड़े किए। फिर 23 दिसंबर और 24 दिसंबर को भी लगातार यह मुद्दा उठाया गया कि पीडीएस की कालाबाजारी मुख्यालय में हो रही है, लेकिन कार्रवाई गांवों में सीमित है। शायद खाद्य विभाग के पास अब तक सही नक्शा नहीं था!
छापेमारी का ‘धमाकेदार सीजन‘
कलेक्टर दीपक कुमार अग्रवाल के निर्देश के बाद विभाग ने नागाबुड़ा, राजिम और देवभोग में धान और पीडीएस चावल की अवैध खरीदी पर छापेमारी की। इस दौरान:
गरीब नवाज ट्रेडर्स, कोकड़ी से 131 बोरी धान (52.4 क्विंटल)।
कृष्णा धान खरीदी केंद्र से 13 बोरी चावल (5.77 क्विंटल)।
मनीष किराना स्टोर्स से 3.20 क्विंटल अवैध चावल।
खाद्य विभाग के अधिकारी अब चावल के साथ-साथ राशनकार्डधारियों को भी निशाने पर ले रहे हैं। जिनका ‘आलस्य भरा कार्ड’ केवल बेचने के लिए है, उनके कार्ड निरस्त होंगे।
क्या कहते हैं ‘चावल योद्धा‘?
खाद्य अधिकारी सुधीर गुरु की अगुवाई में जिले भर में ताबड़तोड़ कार्रवाई की। लेकिन सवाल यह है कि इतनी गहरी नींद में अब तक विभाग क्या कर रहा था? या फिर यह सिर्फ ‘साल के अंत का शो ऑफ’ है? इस कार्रवाई ने यह तो साबित कर दिया कि पीडीएस के चावल और धान की कालाबाजारी जोरो पर है मगर खाद्य विभाग को सुध अब आई हैं।
कार्रवाई सराहनीय लेकिन कब तक रहेगी जारी ?
खाद्य विभाग की यह अचानक जागरूकता सराहनीय है, लेकिन सवाल यह भी है कि यह जागरूकता खबरों के दबाव में आई है या सच में विभाग ने अपने कर्तव्यों को पहचानना शुरू किया है? खैर, देर आए, दुरुस्त आए। अब देखना यह होगा कि यह जागरण कितने दिन टिकता है!