हिमांशु साँगाणी/गरियाबंद
गरियाबंद। सायबर ठगों ने अब ठगी के लिए नया तरीका अपनाया है। अब वे बैंक अकाउंट से आधार लिंक न होने का बहाना बनाकर बैंक के नाम से APK लिंक भेज रहे हैं। लिंक ओपन करते ही ठग आपके व्हाट्सएप पर पूरा नियंत्रण पा लेते हैं, जिससे वे आपके निजी डेटा का दुरुपयोग कर सकते हैं।
गरियाबंद के पत्रकार अमित वखरिया के साथ ऐसा ही मामला हुआ। उन्हें सुबह बैंक ऑफ बड़ौदा के नाम से एक संदेश आया, जिसमें उनके खाते को आधार से जोड़ने की बात कही गई और एक APK लिंक भेजा गया। लिंक ओपन करते ही उनका व्हाट्सएप हैंग हो गया, और इसके बाद ठग लगातार उनसे आधार नंबर, पैन नंबर, मोबाइल नंबर और OTP जैसी संवेदनशील जानकारियाँ मांगने लगे। ठगी का एहसास होते ही अमित वखरिया ने तुरंत थाने जाकर शिकायत दर्ज करवाई।
गरियाबंद थाना प्रभारी ओपी यादव का कहना है कि इस तरह के लिंक पर क्लिक करते ही आपका व्हाट्सएप हैंग हो सकता है, और आपके फोन का रिमोट कंट्रोल ठगों के हाथों में चला जाता है। इसके बाद वे आपके नाम से व्हाट्सएप पर अन्य लोगों से पैसे या अन्य चीजों की मांग कर सकते हैं। इस तरह की ठगी से बचने का एक ही तरीका है कि फोन को तुरंत फॉर्मेट कर दिया जाए, ताकि ठग व्हाट्सएप के जरिये आपकी कांटेक्ट लिस्ट तक न पहुँच सकें। इसके अलावा फेसबुक में दी गई अपनी पर्सनल जानकारी को ओनली मी करके रखें अपनी कॉन्टेक्ट लिस लिस्ट को भी ओनली मी करके रखें क्योंकि साइबर ठग आपके फेसबुक प्रोफाइल में जाकर देखते हैं कि आपकी फ्रेंड लिस्ट में कौन-कौन है और उसके ही आधार पर में फिर आपसे जुड़ी जानकारी के आधार पर वे आपके फ्रेंड से संपर्क करते हैं
बैंक से जुड़े किसी भी संदेश पर सतर्क रहें और संदेहास्पद लिंक पर क्लिक करने से बचें। अपने डेटा और अकाउंट की सुरक्षा के लिए बैंक की आधिकारिक वेबसाइट या एप से ही जानकारी प्राप्त करें।