हिमांशु साँगाणी / गरियाबंद
गरियाबंद जिले में नए पुलिस अधीक्षक के आने के बाद नक्सलियों के खिलाफ पुलिस की बड़ी कार्यवाही । घने जंगलों में सुरक्षा बलों ने एक और बड़ी सफलता हासिल की। नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम ने अमाड़ जंगल में मुठभेड़ के बाद नक्सलियों को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया। इस दौरान सुरक्षाबलों ने नक्सलियों का डेरा उजाड़ते हुए एक सिंगल शॉट राइफल और अन्य नक्सल सामग्री बरामद की।
सर्च ऑपरेशन: जंगलों में घातक मुठभेड़, ने नक्सलियों के मंसूबों पर पानी ।
आज सुबह करीब 7 बजे, वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर गरियाबंद डीआरजी, कोबरा-207, ओडिशा एसओजी (नुआपाड़ा और नवरंगपुर), और सीआरपीएफ की 211 व 65वीं बटालियन की टीम ने थाना जुगाड़ क्षेत्र के अमाड़ जंगल में सर्च ऑपरेशन शुरू किया।सुरक्षा बलों की मौजूदगी भांपते हुए नक्सलियों ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में सुरक्षाबलों ने आत्मरक्षा के तहत गोलियां चलाईं। मुठभेड़ के दौरान पुलिस के भारी दबाव को देखते हुए नक्सली अपने डेरा छोड़कर घने जंगलों में भाग निकले। सर्चिंग के दौरान घटनास्थल की जांच में एक सिंगल शॉट राइफल, नक्सल साहित्य, और अन्य सामग्री बरामद हुई। इससे साफ है कि नक्सली बड़ी साजिश की तैयारी कर रहे थे, लेकिन सुरक्षाबलों की सतर्कता ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया।
सुरक्षा बलों की रणनीतिक सफलता,नक्सल मोर्चे पर बढ़ रहा दबदबा
ऑपरेशन के बाद सभी सुरक्षाबल अपनी-अपनी यूनिट में सुरक्षित लौट आए। इस सफल अभियान में डीआरजी और कोबरा टीम की त्वरित कार्रवाई ने बड़ी त्रासदी को टाल दिया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह कार्रवाई नक्सलियों के खिलाफ बढ़ते दबाव को दर्शाती है। गरियाबंद और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षाबलों की लगातार सर्चिंग और कार्रवाई से नक्सलियों की पकड़ कमजोर हो रही है।
स्थानीय निवासियों में विश्वास का माहौल
इस ऑपरेशन के बाद इलाके में सुरक्षा का माहौल और मजबूत हुआ है। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि सुरक्षाबलों की ऐसी कार्रवाइयों से नक्सली गतिविधियों पर कड़ा नियंत्रण हो रहा है, जिससे आम जनता को राहत मिली है। सुरक्षा बलों की इस सफलता ने यह साबित कर दिया है कि नक्सली चाहे जितनी भी साजिश रचें, सुरक्षाबल उनके हर मंसूबे को नाकाम करने में सक्षम हैं।