हिमांशु साँगाणी/ गरियाबंद
गरियाबंद के मैनपुर में एक सेवानिवृत्त स्वास्थ्य कर्मचारी, गेवरचंद कुर्रे, द्वारा शासकीय भूमि पर किए गए अवैध कब्जे पर आखिरकार प्रशासन की बुलडोजर कार्रवाई हुई। गुरुवार को तहसीलदार गेंदलाल साहू की निगरानी में पंचायत कर्मियों ने इस अवैध निर्माण को ढहा दिया। यह कार्रवाई डेढ़ साल की लंबी प्रक्रिया के बाद हुई, जब ग्राम पंचायत मैनपुर के उपसरपंच अनीश सोलंकी ने लगातार प्रयासों के बाद कलेक्टर जनदर्शन में आवेदन देकर मामले को गति दिलाई।
पेंशन रोकने तक पहुंचा मामला, लेकिन कार्रवाई में हुई देरी ।
कलेक्टर के आदेश पर पहले भी स्वास्थ्य कर्मचारी गेवरचंद कुर्रे की पेंशन रोकने और कब्जा हटाने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। हालांकि, नवपदस्थ तहसीलदार साहू ने इसे गंभीरता से लेते हुए अवैध कब्जे पर कार्रवाई के आदेश दिए, जिसका पालन 11 नवंबर 2024 को हुआ।
श्मशानघाट की भूमि पर भी अवैध कब्जा: पंचायत की लड़ाई जारी ।
मैनपुर के आश्रित ग्राम नदीपारा में श्मशानघाट के लिए आरक्षित 7 एकड़ भूमि पर भी अवैध कब्जा बना हुआ है। ग्राम पंचायत द्वारा कई बार तहसील कार्यालय में आवेदन देकर सीमांकन कराए जाने के बावजूद पंचायत को कब्जा नहीं मिल सका। यह मुद्दा अब भी प्रशासनिक उदासीनता के चलते अधर में है।