हिमांशु साँगाणी पैरी टाइम्स 24×7 डेस्क गरियाबंद
छुरा की गोल्डन गर्ल संध्या साहू की संदिग्ध मौत से गरियाबंद में शोक की लहर। छह मेडल जीत चुकी खिलाड़ी घर में फंदे से लटकी मिली। जानिए संध्या की पूरी कहानी, Pairi Times 24×7 की इस रिपोर्ट में।
गरियाबंद छुरा की गोल्डन गर्ल की रहस्यमयी विदाई छुरा की धरती को बार-बार गौरवान्वित करने वाली ‘गोल्डन गर्ल’ संध्या साहू की अचानक मौत की खबर से पूरे नगर में शोक की लहर दौड़ गई है। महज 20 साल की उम्र में छह मेडल जीतने वाली यह होनहार खिलाड़ी मंगलवार सुबह अपने घर के किचन में फंदे से लटकी मिली । इस दौरान संध्या की मां नहाने गई थी जब संध्या को फंदे पर लटका देखा तो बढ़ाने की कोशिश की मगर तब तक देर हो चुकी थी

छुरा की गोल्डन गर्ल की रहस्यमयी विदाई से गांव में शोक की लहर
छुरा की गोल्डन गर्ल की रहस्यमयी विदाई से गांव में शोक की लहर
बताया जा रहा है कि संध्या की मां ने दरवाज़ा तोड़कर उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और संध्या को फंदे से उतारकर तत्काल छुरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए जहां डॉक्टर ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया । घटना के बाद से पूरे गांव का माहौल गमगीन है और आंखें नम
खेलो इंडिया से लेकर कोलकाता तक संध्या ने बजाया था छत्तीसगढ़ का डंका
संध्या ने खेलो इंडिया, तमिलनाडु, कोलकाता जैसी बड़ी प्रतियोगिताओं में भाग लेकर गरियाबंद जिले को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई थी। चार गोल्ड और दो अन्य मेडल उसके संघर्ष और मेहनत की कहानी खुद बयां करते हैं। छुरा के कचना धुरवा कॉलेज में पढ़ाई कर रही संध्या की जिंदगी में बहुत कुछ बाकी था।
हर सुबह निकलती थी मैदान, हर शाम होती थी नई तैयारी
परिजनों के मुताबिक, संध्या एक अनुशासित, मेहनती और सादा जीवन जीने वाली लड़की थी। सुबह जल्दी उठकर मैदान में अभ्यास और फिर कॉलेज यही उसकी दिनचर्या थी। उसकी एक ही तमन्ना थी छत्तीसगढ़ का नाम और ऊंचा करना।