हिमांशु साँगाणी पैरी टाईम्स 24×7 डेस्क गरियाबंद
गरियाबंद में इलाज के नाम पर मौत झोलाछाप डॉक्टरों ने 30 हज़ार में पाइल्स इलाज का ठेका लिया, ऑपरेशन के दौरान मरीज की मौत, गांव में आक्रोश और कार्रवाई की मांग पढ़ें पूरी खबर पैरी टाईम्स पर।
गरियाबंद छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में इलाज के नाम पर मौत का सौदा कर दिया गया । ग्राम पेंड्रा निवासी पुरुषोत्तम ध्रुव को पाइल्स की परेशानी थी। परिवार को लगा इलाज मिलेगा तो तकलीफ़ खत्म हो जाएगी, लेकिन उन्हें अंदाज़ा भी नहीं था कि डॉक्टर के नाम पर बुलाए गए लोग ही कातिल बन जाएंगे।

गरियाबंद में इलाज के नाम पर मौत
गरियाबंद में इलाज के नाम पर मौत 30 हज़ार का ठेका बना मौत का कॉन्ट्रैक्ट
मृतक की पुत्री लालिमा ध्रुव ने बताया कि अमलीपदर से आए संजू राजपूत और उड़ीसा बॉर्डर के बबलू टांडी, उसके बेटे ने इसके लिए बाकायदा 30 हज़ार में इलाज का ठेका लिया पहली किस्त 10 हज़ार, दूसरी बार फिर 10 हज़ार लिए गए। शनिवार को तीसरी बार दो लोग पहुंचे संजू राजपूत और बबलू टांडी ने पिछली बार की तरह ही मरीज के घर पर पाइल्स का इलाज किया
झोलाछाप के ऑपरेशन के बीच मरीज की सांसें थमीं
परिजनों ने बताया कि इस दौरान उनके पिता बिल्कुल सामान्य थे इसके बाद इलाज के लिए दोनों डॉक्टरों ने घर के एक कमरे में इलाज शुरू किया इस दौरान किसी को भी अंदर नहीं आने दिया गया । इलाज के दौरान पुरुषोत्तम ध्रुव की हालत बिगड़ने लगी। परिजनों को शंका तब हुई जब डॉक्टरों ने कहा अभी कुछ देर सोने दो, दवा असर कर रही है थोड़ी देर में उठ जाएगा इतना बोलकर दोनों वहां से फरार हो गए।
चीख-पुकार और मौत की पुष्टि
इसके बाद डॉक्टर आनन फानन में घर से निकल गए जबकि इसके पहले दोनों बार वे इलाज के बाद 10- 10 हजार लेकर गए थे मगर इस बार पैसे भी नहीं मांगे और निकल गए जिससे पुरुषोत्तम की बेटी ने कमरे जाकर देखा तो उसके पिता तड़पते मिले। घर में चीख-पुकार मच गई। घर में सो रहे पीड़ित के भाई ने बाइक उठाई और डॉक्टरों का पीछा किया, लेकिन वो गांव ने निकलने में कामयाब हो चुके थे।इसके बाद पुरुषोत्तम को जब जिला अस्पताल लाया गया तो डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
झोलाछाप के इलाज की पोस्टमार्टम ने खोल दी सच्चाई
जिला अस्पताल के डॉक्टर हरीश चौहान ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पाइल्स ट्रीटमेंट के दौरान किए गए जख्म के निशान मिले हैं और यही मौत की वजह भी लग रही है।
एडिशनल एसपी बोले मर्ग कायम पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद आगे की कार्यवाही ।
इस पूरे मामले में एडिशनल एसपी जितेंद्र चंद्राकर ने कहा कि मामले पीड़ित परिवार द्वारा थाने में शिकायत की गई मामले को लेकर मर्ग कायम किया गया है । पोस्टमार्टम रिपोर्ट अभी आना बाकी है इसलिए अभी कुछ कहना मुश्किल होगा ।
गांव में गुस्सा झोलाछाप का खेल खत्म होना चाहिए
गांव के लोगों में इस घटना के बाद काफी आक्रोश हैं। ग्रामीणों की मांग है कि इन झोलाछाप डॉक्टरों पर सख्त से सख्त कार्रवाई हो। लोग कह रहे हैं ये खेल अगर अब भी नहीं रुका तो हर गली-मोहल्ले में इलाज के नाम पर मौत बिकेगी।
यह भी पढ़ें …. ग़रियाबंद अस्पताल कांड गार्ड के इंजेक्शन केस पर हाई कोर्ट की एंट्री अब क्या होगा आगे जाने पूरा मामला