हिमांशु साँगाणी / गरियाबंद
गरियाबंद जिले के ग्राम धुरसा में गुरु घासीदास जयंती
की तैयारी के लिए बुलाई गई बैठक अचानक हिंसा का
मैदान बन गई। शराब के नशे में धुत एक युवक ने बहस
ने के दौरान पंचराम बंजारे के सीने पर ऐसा मुक्का मारा
कि उनकी जान चली गई।
बैठक की हलचल बनी मौत की वजह
सतनामी समाज के लोग 18 दिसंबर को होने वाली गुरु
घासीदास जयंती के आयोजन के लिए चर्चा कर रहे थे।
शाम का माहौल शांतिपूर्ण था, लेकिन तभी आरोपी
पुषण कुमार गायकवाड शराब के नशे में बैठक में आ
धमका। राजिम में हुई शोभायात्रा को लेकर पहले हुई
बहस को फिर से छेड़ते हुए उसने विवाद शुरू कर दिया।
एक झगड़ा, एक वार, और सब खत्म
गुस्से में बेकाबू पुषण ने पहले नरेश बंजारे से झगड़ा
किया। इसी दौरान पंचराम बंजारे ने मामला शांत कराने
की कोशिश की, लेकिन आरोपी ने उन पर हमला कर
दिया। पंचराम के सीने पर जोरदार मुक्का मारने से वे
की कोशिश की, लेकिन आरोपी ने उन पर हमला कर
दिया। पंचराम के सीने पर जोरदार मुक्का मारने से वे
वहीं गिर पड़े और बाद में अस्पताल में उन्हें मृत घोषित
कर दिया गया।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई से खत्म हुआ सस्पेंस,गांव में गुस्से और शोक का माहौल
घटना की जानकारी मिलते ही पाण्डुका पुलिस हरकत में
आई। गवाहों के बयान और सबूतों के आधार पर पुषण
गायकवाड को गिरफ्तार कर हत्या का मामला दर्ज किया
गया। अब आरोपी न्यायिक हिरासत में है। जहां एक ओर गांव में गुरु घासीदास जयंती की तैयारियां जोरों पर थीं, वहीं इस घटना ने उत्सव को मातम में बदल दिया।