रिपोर्टर पैरी टाईम्स 24×डेस्क गरियाबंद
ड्राइवर संघ का प्रदर्शन जो देश चलाते हैं, उनका परिवार क्यों लाचार रहे? ड्राइवरों ने स्टीयरिंग छोड़ मांगा बच्चों के लिए आरक्षण और परिवार का हेल्थ कार्ड गरियाबंद में छत्तीसगढ़ ड्राइवर महासंगठन ने 10 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन चक्काजाम कर दिया है. नेशनल हाईवे 130c पर ड्राइवरों का जमावड़ा है, लेकिन सबसे दिलचस्प मांग सम्पूर्ण शराबबंदी की है.
गरियाबंद जिले में आज सुबह गरियाबंद की सड़कों पर नजारा कुछ बदला-बदला सा है. ट्रकों और बसों के हॉर्न की जगह आज ड्राइवरों के नारों की गूंज है. जी हाँ, छत्तीसगढ़ ड्राइवर महासंगठन ने अपनी 10 प्रमुख मांगों को लेकर आज से अनिश्चितकालीन स्टीयरिंग छोड़ो आंदोलन का बिगुल फूंक दिया है. आज ड्राइवरों ने तय किया है कि वे स्टीयरिंग नहीं थामेंगे, और इसका असर नेशनल हाईवे 130 c पर साफ दिख रहा है, जहाँ डोहेल के पास बड़ी संख्या में ड्राइवर एकजुट हुए हैं.

ड्राइवर संघ का प्रदर्शन गरियाबंद में 10 मांगें और एक समाज सुधार एजेंडा
ड्राइवर महासंगठन की यूं तो 10 प्रमुख मांगें हैं, जिन्हें लेकर वे सड़क पर उतरे हैं. लेकिन इन सभी मांगों के बीच एक ऐसी मांग भी है जिसने सबका ध्यान खींच लिया है और इसे एक सकारात्मक एंगल दे दिया है. ड्राइवर संघ न केवल अपने हक़ की लड़ाई लड़ रहा है, बल्कि उन्होंने प्रदेश के समाज सुधार का बीड़ा भी उठा लिया है. उनकी प्रमुख मांगों में से एक है कि छत्तीसगढ़ में सम्पूर्ण शराबबंदी लागू हो. यह वाकई दिलचस्प है. ऐसा लगता है कि ड्राइवरों का मानना है कि सड़कें तभी सुरक्षित होंगी, जब पूरा प्रदेश पहले शुद्ध होगा. परिवहन की रीढ़ कहे जाने वाले ये ड्राइवर अब मानो कह रहे हों कि हम तो सड़क पर हैं ही, लेकिन पहले समाज को सही रास्ते पर लाइए.
ड्राइवर महासंगठन की 10 प्रमुख मांगें
- संपूर्ण छत्तीसगढ़ में पूर्ण शराब बंदी।
- छत्तीसगढ़ राज्य में ड्राईवर वेलफेयर बोर्ड का गठन।
- ड्राईवर के लिये सुरक्षा कानून हेतु ड्राईवर आयोग का गठन।
- ड्राईवर की दुर्घटना में मृत्यु होने पर परिवार को 20 लाख रू. का मुआवजा।
- ड्राईवर की दुर्घटना में विकलांग होने पर परिवार को 10 लाख रू. का मुआवजा।
- 1 सितम्बर को ड्राईवर दिवस घोषित किया जाये।
- ड्राईवरों के बच्चों को निजी स्कूलों में शिक्षा का आरक्षण।
- ड्राईवरों के परिवार के लिये हेल्थ कार्ड जारी की जाये।
- ड्राईवरों को 55 वर्ष उम्र पश्चात सरकार की तरफ से पेंशन राशि।
- BSN की धारा 105 (दो) [10 साल की सजा और 8 हजार रूपये जुर्माना] कानून को हटाया जाये।
नेशनल हाईवे 130 C पर थमे पहिये
इस अनोखे विरोध प्रदर्शन का केंद्र गरियाबंद का नेशनल हाईवे 130 c बना हुआ है. डोहेल के पास बड़ी संख्या में ड्राइवर शांतिपूर्ण तरीके से अपना चक्काजाम जारी रखे हुए हैं. उनका स्पष्ट कहना है कि जब तक उनकी 10 सूत्रीय मांगों पर विचार नहीं किया जाता, वे वापस स्टीयरिंग पर नहीं लौटेंगे.
अब आगे क्या.
फिलहाल, हाईवे पर पहिये थमे हुए हैं और प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है. यह देखना दिलचस्प होगा कि ड्राइवरों की इन 10 मांगों पर सरकार क्या रुख अपनाती है, और क्या उनकी यह शराबबंदी वाली गुहार सड़कों से उठकर विधानसभा तक पहुँच पाती है. तब तक के लिए, आम जनता को थोड़ी परेशानी और इस अनोखे विरोध प्रदर्शन को देखने का एक नया नजरिया मिला है.
क्या आज बाहर जाने का है प्लान?
अगर आप आज घर से बाहर या किसी दूसरे शहर जाने की सोच रहे हैं, तो एक मिनट रुकें और पहले इस खबर को पूरा पढ़ लें।छत्तीसगढ़ ड्राइवर महासंगठन ने अनिश्चितकालीन चक्काजाम शुरू कर दिया है। सड़कों पर निकलने से पहले पूरी स्थिति जान लें, फिर ही घर से निकलें।
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