हिमांशु साँगाणी/=गरियाबंद
गरियाबंद। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आज सुबह छत्तीसगढ़ के गरियाबंद और मैनपुर इलाके में बड़े छापे मारे। यह कार्रवाई शराब सिंडिकेट और आर्थिक लेन-देन में गड़बड़ियों के आरोपों के तहत की गई है। छापे की खबर से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है।
मैनपुर में कारोबारी इकबाल मेमन के घर छापा
मैनपुर में सुबह 6 बजे ईडी की टीम ने कारोबारी इकबाल मेमन के घर छापा मारा। बताया जा रहा है कि इकबाल मेमन रायपुर के शराब सिंडिकेट मामले के मुख्य आरोपी अनवर का करीबी रिश्तेदार है। टीम 10 से अधिक वाहनों के साथ पहुंची थी और घंटों से पूछताछ जारी है।
जाड़ापदर के ग्रामीणों की लिखित शिकायत के आधार पर यह कार्रवाई की गई है। ग्रामीणों ने इकबाल मेमन पर शराब सिंडिकेट के पैसे से संपत्ति खरीदने का आरोप लगाया था। जांच में सामने आया है कि पिछले दो सालों में इकबाल मेमन ने दो करोड़ रुपये से अधिक की संपत्तियां खरीदी हैं।
गरियाबंद में चावल कारोबारी के घर दबिश
वहीं, ईडी की एक अन्य टीम ने गरियाबंद के सुभाष चौक स्थित चावल कारोबारी हसन रजा मेमन के घर दबिश दी। हसन रजा पर चावल व्यापार के नाम पर वित्तीय लेन-देन में गड़बड़ी का आरोप है। जांच में यह भी सामने आया है कि हसन रजा, रायपुर के बड़े चावल कारोबारी रफीक मेमन के संपर्क में है।
रफीक मेमन के रायपुर स्थित आवास पर भी आज ईडी की कार्रवाई हुई है। गरियाबंद में ईडी की टीम बाइक पर सवार होकर हसन रजा मेमन के घर पहुंची है और घंटों से पूछताछ कर रही है।
शराब सिंडिकेट और संपत्ति निवेश की जांच जारी
ईडी की टीम द्वारा मैनपुर और गरियाबंद में चल रही यह कार्रवाई बड़े आर्थिक और व्यापारिक घोटाले से जुड़ी बताई जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि शराब सिंडिकेट के पैसों को संपत्ति में निवेश करने और वित्तीय गड़बड़ियों के मामले में और भी खुलासे हो सकते हैं।