हिमांशु साँगाणी/ गरियाबंद
गरियाबंद। छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले से जुड़े मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए गरियाबंद और रायपुर जिले के छह परिसरों में छापेमारी की थी । इस तलाशी अभियान में ईडी ने नकदी, डिजिटल उपकरण और आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए।
मैनपुर और गरियाबंद में ईडी की कार्यवाही
इस छापामार कार्यवाही के दौरान मैनपुर में ईडी की टीम 10 वाहनों के काफिले में पहुंची थी और गुलाम मेमन पिता इकबाल मेमन के घर और दुकानों पर छापेमारी की थी वहीं, गरियाबंद में चावल व्यापारी हासन रजा मेमन के यहां लगभग 10 घंटे तक चली तलाशी के बाद नकद राशि, दस्तावेज और मोबाइल जब्त किए गए।
ईडी ने साझा की जानकारी
ईडी की ओर से जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, बुधवार को 6 जगहों पर तलाशी अभियान छत्तीसगढ़ में चल रहे शराब घोटाले के मामले में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के तहत किया गया। तलाशी के दौरान आपत्तिजनक दस्तावेज, नकदी और डिजिटल उपकरण बरामद हुए हैं, जो घोटाले से जुड़े अहम सबूत हो सकते हैं।
शराब घोटाले में छत्तीसगढ़ पहले भी चर्चा में रहा है
छत्तीसगढ़ में शराब घोटाला लंबे समय से चर्चा में है, जिसमें बड़े अधिकारियों और व्यापारियों के शामिल होने की आशंका जताई जा रही है। ईडी की यह कार्रवाई मामले की तह तक जाने और मनी लॉन्ड्रिंग की जांच को लेकर की जा रही है।
स्थानीय व्यापारी और प्रशासन सतर्क
ईडी की इस कार्रवाई से गरियाबंद और रायपुर के व्यापारी वर्ग में हलचल है। स्थानीय प्रशासन ने इस मामले पर चुप्पी साध रखी है, लेकिन छापेमारी की खबर के बाद से इलाके में अफवाहों का दौर जारी है।
क्या होगा आगे?
ईडी की जांच से जुड़े इन सबूतों के आधार पर घोटाले में शामिल अन्य लोगों पर भी शिकंजा कसा जा सकता है। आने वाले दिनों में इस मामले में और भी खुलासे होने की संभावना है।