हिमांशु साँगाणी पैरी टाईम्स 24×7 डेस्क गरियाबंद
गरियाबंद के फिंगेश्वर में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मां-बेटे को 9 किलो गांजा और धारदार चाकू के साथ गिरफ्तार किया। ओड़िशा से राजनांदगांव जा रहे थे तस्कर। Pairi Times 24×7 की खबर ।
गरियाबंद कहते हैं मां-बेटे का रिश्ता सबसे पवित्र होता है, लेकिन गरियाबंद जिले के फिंगेश्वर तहसील में यह रिश्ता गांजा पैकिंग और चाकू सप्लाई का धंधा बन गया। ओड़िशा से राजनांदगांव तक सपनों की गाड़ी दौड़ रही थी, मगर फिंगेश्वर पुलिस ने घेराबंदी कर मां-बेटे को 9 किलो गांजे और धारदार चाकू के साथ धर दबोचा। कुल माल की कीमत करीब 90 हजार रुपए आंकी गई है।

पुलिस की चतुराई और तस्करों की बदकिस्मती
जानकारी के मुताबिक, पुलिस को खबर मिली थी कि ओड़िशा से गांजा लेकर एक फैमिली डुओ राजनांदगांव की ओर रवाना हुआ है। फिंगेश्वर थाना प्रभारी ने टीम संग घेराबंदी कर जब वाहन रोका तो मां-बेटा तस्कर जीपीएस की बजाय भगोड़ा मोड में मिल गए। पर पुलिस की प्लानिंग ने उनके सारे सपने चूर-चूर कर दिए।
गांजा के साथ क्यों रखा चाकू?
अब सवाल यह भी उठता है कि तस्करों के पास गांजा तो था ही, लेकिन चाकू किस काम का था? क्या डिस्काउंट ऑफर में चाकू फ्री मिला था या फिर किसी गुप्त नुस्खे के तहत गांजा काटने का इरादा था? पुलिस जांच कर रही है, लेकिन गांव के चौपालों में लोग कह रहे हैं तस्करी भी अब फैमिली बिजनेस में बदल गई है।
कार्यवाही का तहसीलवार असर
फिंगेश्वर: पुलिस की इस कार्रवाई से इलाके में चर्चा तेज है कि यहां गांजा मार्ग का स्थायी टोल नाका बन गया है।
गरियाबंद मुख्यालय: जिला स्तर पर लोग इसे पुलिस की बड़ी कामयाबी मान रहे हैं।
राजनांदगांव: जहां माल पहुंचना था, वहां अब सिर्फ पुलिस का प्रेस नोट पहुंचा।