हिमांशु साँगाणी पैरी टाइम्स 24×7 डेस्क गरियाबंद
मध्यप्रदेश मंत्री विजय शाह पर एफआईआर मध्य प्रदेश के वरिष्ठ भाजपा नेता विजय शाह फिर विवादों में हैं। जानिए उनका पूरा राजनीतिक सफर और वो तमाम बयान जिनसे मच गया बवाल।
गरियाबंद मध्यप्रदेश के जनजातीय कार्य मंत्री विजय शाह पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की नायिका कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर की गई अशोभनीय टिप्पणी के मामले में इंदौर के मानपुर थाने में बुधवार रात एफआईआर दर्ज कर ली गई। कर्नल सोफिया कुरैशी पर आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर मंत्री विजय शाह पर हाईकोर्ट के आदेश से इंदौर के मानपुर थाने में FIR दर्ज हुई। केस BNS की गंभीर धाराओं में दर्ज हुआ। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कानून अनुसार कार्रवाई के निर्देश दिए। भाजपा ने रिपोर्ट जेपी नड्डा को भेजी है। बयान पर फटकार के बाद शाह ने माफी मांगी। सोफिया के पिता ने कहा, “उसका अपमान सेना और देश का अपमान है।”

मंत्री विजय शाह पर एफआईआर
मंत्री विजय शाह पर एफआईआर जानिए कौन है कब-कब क्या-क्या किया है इस विवादों के ‘बॉस’ ने?
भोपाल। मध्य प्रदेश की राजनीति में एक नाम ऐसा है, जो जितना सीनियर है, उतना ही विवादों का पर्याय भी मंत्री विजय शाह हरसूद विधानसभा सीट से लगातार आठ बार विधायक रह चुके हैं और आदिवासी समाज में अच्छी पकड़ रखते हैं। लेकिन जितनी चर्चा उनके राजनीतिक अनुभव की होती है, उससे कहीं ज़्यादा सुर्खियाँ बटोरते हैं उनके विवादित बयान और हरकतें।
विजय शाह का राजनीतिक सफर
विजय शाह का सफर छात्र राजनीति से शुरू हुआ। इंदौर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से जुड़े और कॉलेज चुनावों में सक्रिय भूमिका निभाई।
1990 में पहली बार विधायक बने।
इसके बाद 1993, 1998, 2003, 2008, 2013, 2018 और 2023 में लगातार हरसूद से चुनाव जीतते रहे।
वे गौर सरकार, शिवराज सरकार और अब मोहन सरकार में मंत्री रह चुके हैं।
वर्तमान में वे जनजातीय कार्य, सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन और भोपाल गैस त्रासदी राहत मंत्री हैं।
विजय शाह और उनके बड़े विवाद
- पुलिस से भिड़े, खुद फ्रैक्चर करवा बैठे (1998)
खंडवा में हिरासत में युवक की मौत पर प्रदर्शन के दौरान थाना प्रभारी को चांटा मार बैठे। जवाब में पुलिसवालों ने उनकी जमकर पिटाई की, जिसमें उनका पैर टूट गया।
- सीएम की पत्नी पर टिप्पणी, गई कुर्सी (2010)
शिवराज सिंह चौहान की पत्नी को लेकर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के कारण उन्हें मंत्री पद गंवाना पड़ा। हालांकि, चार महीने बाद वे फिर मंत्री बन गए।
- विद्या बालन की शूटिंग पर ब्रेक (2021)
शूटिंग के दौरान अभिनेत्री विद्या बालन को डिनर का ऑफर दिया। मना करने पर फिल्म शेरनी की शूटिंग रुकवा दी गई। मामला मीडिया में उछला तो शूटिंग की अनुमति फिर दी गई।
- जंगल में चिकन पार्टी (2022)
सतपुड़ा टाइगर रिज़र्व के प्रतिबंधित क्षेत्र में दोस्तों संग पार्टी का वीडियो वायरल हुआ। जांच बिठाई गई, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई।
- कर्नल सोफिया को बताया ‘आतंकियों की बहन’ (2024)
हाल ही में विजय शाह ने सेना की अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी को ‘आतंकियों की बहन’ बताया। इस बयान से भाजपा में ही भूचाल आ गया। पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व भी नाराज़ बताया जा रहा है और उनकी कुर्सी पर तलवार लटक रही है।
क्यों बार-बार फंसते हैं विवादों में?
विजय शाह अनुभवी नेता हैं, लेकिन उनकी सबसे बड़ी कमजोरी है बेलगाम बयानबाज़ी। यही वजह है कि कई बार भाजपा को उनके कारण डैमेज कंट्रोल करना पड़ा है।
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