हिमांशु साँगाणी / गरियाबंद
गरियाबंद, 30 करोड़ रुपये की जमीन को फर्जी दस्तावेजों के जरिए मात्र 3 करोड़ रुपये में बेचने के आरोप में गिरफ्तार सहायक शिक्षक अमित शर्मा को जिला शिक्षा अधिकारी एके सारस्वत ने निलंबित कर दिया है। अमित शर्मा फिलहाल रायपुर के केंद्रीय जेल में न्यायिक हिरासत में हैं।
घटना का विवरण
चंदनडीह स्थित 4 एकड़ जमीन, जिसकी वर्तमान बाजार कीमत 30 करोड़ रुपये है, को फर्जी दस्तावेजों के जरिए मंजु देवी अग्रवाल नामक महिला के नाम पर दर्शाया गया। इस जमीन को 3 करोड़ रुपये में बेचने की साजिश रची गई। आरोपियों ने प्रार्थी गणेश बोले से 10 लाख रुपये एडवांस के तौर पर प्राप्त किए, लेकिन जब दस्तावेजों की जांच हुई तो सारा खेल उजागर हो गया।
फर्जीवाड़े में शामिल आरोपी
इस घोटाले में सहायक शिक्षक अमित शर्मा प्रा शाला किरवई के अलावा कई अन्य आरोपी शामिल हैं, जिनमें हरि शंकर सिन्हा, चेतना ठाकुर, नरेंद्र राजपूत, अरुण कुमार सरोज, और रूपेश धनकर जैसे नाम शामिल हैं। महिला आरोपी ने खुलासा किया कि उसे मंजु देवी अग्रवाल का फर्जी किरदार निभाने के लिए तैयार किया गया था।
जिला शिक्षा अधिकारी की सख्त कार्रवाई
जिला शिक्षा अधिकारी ने विकासखंड शिक्षा अधिकारी फिंगेश्वर और थाना प्रभारी आमानाका से प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर अमित शर्मा को निलंबित कर दिया। निलंबन आदेश में बताया गया है कि शिक्षक का यह कृत्य छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम 1965 का उल्लंघन है। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय गरियाबंद रहेगा।
पुलिस की जांच और कार्रवाई
पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी और फर्जी दस्तावेज बनाने की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह के निर्देश पर मामले की जांच तेजी से की जा रही है।