हिमांशु साँगाणी / गरियाबंद
गरियाबंद, एक जिला बनने के 12 साल बाद, आखिरकार बस स्टैंड की अराजक स्थिति पर प्रशासन ने सख्ती से कदम उठाया है। सोमवार सुबह कलेक्टर दीपक अग्रवाल और एसपी निखिल कुमार राखेचा ने संयुक्त रूप से बस स्टैंड का निरीक्षण किया और पार्किंग, अतिक्रमण व अव्यवस्था का जायजा लिया। इस निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने मौके पर ही सुधार के निर्देश दिए और समस्याओं के समाधान हेतु ठोस कदम उठाने की बात कही। ज्ञात हो कि पिछले कि पिछले एक हफ्ते से गरियाबंद थाना प्रभारी और यातायात प्रभारी द्वारा लगातार मुहिम चलकर गरियाबंद की यातायात व्यवस्था को दुरुस्त किया जा रहा है इसी कड़ी मे बस स्टैंड में फैली पार्किंग व्यवस्था को भी दुरुस्त करना अब जिला प्रशासन की प्राथमिकता है
अतिक्रमण पर कार्रवाई: शिव फैमिली ढाबा बना मुख्य फोकस निरीक्षण के दौरान, शिव फैमिली ढाबा पर विशेष ध्यान दिया गया, जहां अवैध रूप से बढ़े हुए पोर्च ने बस स्टैंड की उपयोगी जगह को कब्जा कर रखा था। कलेक्टर और एसपी ने नगर पालिका से नीलामी में प्राप्त चार दुकानों से आगे अवैध कब्जा हटाने के निर्देश दिए, जिससे इस स्थान को ठेले, दुकानों और पार्किंग के लिए प्रयोग में लाया जा सके। इस कार्रवाई से उम्मीद है कि बस स्टैंड की अव्यवस्था में सुधार आएगा और यातायात सुगम होगा। इसके अलावा तिरंगा चौक के पास शिव कैंटीन से लगी हुई एक दुकान जो बाहर तक निकाल कर लगाई जा रही है । उस पर भी कार्यवाही के निर्देश दिए गए है ।
प्रशासन की सक्रियता से जनता में उम्मीद स्थानीय निवासियों के लिए यह पहली बार है जब जिला प्रशासन ने इस मुद्दे को इतनी गंभीरता से लिया है। अधिकारियों की इस पहल को लेकर लोगों में सकारात्मकता है और यह विश्वास जगा है कि अब बस स्टैंड की स्थिति में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। कलेक्टर और एसपी का यह संयुक्त प्रयास न केवल कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करेगा बल्कि शहर के यातायात प्रबंधन को भी सुव्यवस्थित करेगा।
आगे की योजना प्रशासन अब इस क्षेत्र में नई योजना बनाकर जगह का पुनर्विकास करेगा, जिसमें ठेले और छोटी दुकानों के लिए स्थान निर्धारित करने के साथ ऑटो और बाइक स्टैंड की भी व्यवस्था की जाएगी। इस कदम से बस स्टैंड की दशा और दिशा दोनों सुधरने की उम्मीद है। बसस्टैंड के निरीक्षण के दौरान एसडीएम राकेश गोलछा,यातायात प्रभारी,सिटी कोतवाली थाना प्रभारी और नगर पालिका इंजीनियर मौजूद थे