हिमांशु पैरी टाइम्स 24×7 डेस्क गरियाबंद
गरियाबंद ज्ञान का मंदिर बना टेंट हाउस गरियाबंद के देवभोग ब्लॉक में नयापारा प्राथमिक शाला का अतिरिक्त कक्ष गांव के दबंग के कब्जे में है। बच्चे पेड़ के नीचे पढ़ रहे हैं जबकि शिक्षा विभाग जांच की तैयारी में है। पढ़िए Pairi Times 24×7 की व्यंग्य विशेष रिपोर्ट।
गरियाबंद, छत्तीसगढ़ शिक्षा के मंदिर में जब व्यवसाय का मेला लग जाए तो समझ लीजिए गांव में विद्या अब टेंट के अंदर बंद हो चुकी है। देवभोग ब्लॉक के नयापारा प्राथमिक शाला की यही कहानी है, जहां बच्चे पढ़ाई नहीं, बल्कि रोजाना कहां बैठें आज? का सवाल लेकर आते हैं।

गरियाबंद ज्ञान का मंदिर बना टेंट हाउस एक कमरा, चार क्लास, और बरगद के नीचे भविष्य
स्कूल में कुल चार कक्षाएं और एक ही कमरा! पहली से चौथी तक की पढ़ाई इसी एक कमरे में ठुंसी हुई है वहीं शिक्षकों की बैठक व्यवस्था भी। कक्षा पांचवीं की पढ़ाई अब स्कूल के सामने बरगद के पेड़ के नीचे चल रही है। बच्चों की कॉपी हवा में उड़ती है, पर शिक्षा विभाग के कान पर जूं तक नहीं रेंगती।

अतिरिक्त कक्ष में दबंग का टेंट हाउस
साल 2023 से स्कूल के अतिरिक्त कक्ष पर गांव के एक दबंग नरेश नागेश का कब्जा है, जिसने वहां टेंट हाउस खोल रखा है।
कई बार स्कूल प्रबंधन और संकुल प्रभारी ने कहा भाई, स्कूल है, बारात घर नहीं। पर दबंग ने जवाब दिया ना निकालूँगा, ना निकलूँगा। सरपंच को भी सूचना दी गई, लेकिन मामला ‘लोकल राजनीति’ में उलझ गया।
2024 की मरम्मत राशि खाते में सो रही
प्रधान पाठक ने 2023 और 2024 में तत्कालीन बीईओ को लिखित में शिकायत की थी। 2024 में मरम्मत के लिए राशि भी जारी हुई, पर कक्ष कब्जे में होने के कारण वह खाते में ही सोती रह गई। शिक्षा विभाग की इस नींद को जगाने वाला अब तक कोई नहीं मिला।
बीईओ बोले अभी-अभी प्रभार लिया है, जांच करवाऊंगा
देवभोग के बीईओ योगेश पटेल ने मीडिया को बताया
मुझे अभी-अभी प्रभार मिला है, जांच करवाता हूं।
अब देखने वाली बात यह होगी कि जांच होती है या फिर एक और फाइल अलमारी में सो जाती है।
दबंग के सामने प्रशासन भी बेबस
शायद नयापारा का यह स्कूल देश का पहला ऐसा ज्ञान मंदिर है जहां टेंट हाउस और कक्षा दोनों साथ चलते हैं। फरक बस इतना है बच्चे बरगद के नीचे बैठकर पढ़ते हैं और दबंग एसी टेंट में आराम करता है।
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