हिमांशु साँगाणी पैरी टाइम्स 24×7 डेस्क गरियाबंद
DAP संकट की आहट के बीच छत्तीसगढ़ सरकार ने 5.52 लाख टन खाद का स्टॉक किया है। किसानों को NPK, यूरिया और सुपर फास्फेट जैसे विकल्पों की जानकारी दी जा रही है। जानिए सरकार का पूरा प्लान!
गरियाबंद छत्तीसगढ़ में इस खरीफ सीजन रासायनिक खाद को लेकर कोई किल्लत नहीं होने वाली सरकार ने कमर कस ली है। रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते डीएपी की सप्लाई पर खतरा भांपते हुए राज्य सरकार ने 5.52 लाख टन खाद का अग्निवीर स्टाइल में भंडारण कर दिया है। यानी अब किसानों को खाद के लिए भटकने की जरूरत नहीं, हर गांव की समिति बनेगी उर्वरक केंद्र।

DAP संकट की आहट
DAP संकट की आहट विकल्पों की वॉरनिंग डीएपी की छुट्टी!
सहकारिता मंत्री केदार कश्यप ने साफ कहा है डीएपी की सप्लाई को लेकर कोई मुगालता न पालें, हमने एनपीके, यूरिया और सुपर फास्फेट जैसे विकल्प पहले से ही किसानों के लिए उपलब्ध करा दिए हैं।
राज्य की 2058 सहकारी समितियों में 4.62 लाख टन खाद पहले ही स्टोर किया जा चुका है, जिनमें से 2.44 लाख टन किसानों को वितरित भी किया जा चुका है।
कौन-कौन सी खाद कितनी?
92,120 टन यूरिया
47,451 टन सुपर फास्फेट
32,643 टन एनपीके
25,855 टन पोटाश
19,885 टन डीएपी (जो बचा है)
हर केंद्र बनेगा खाद वितरण का किला
मंत्री कश्यप ने आदेश दिया है—
हर विपणन केंद्र में कम से कम 100-100 टन यूरिया, डीएपी/एनपीके और सुपर फास्फेट अनिवार्य
हर समिति में 10-10 टन खाद का स्टॉक
हर दिन की मॉनिटरिंग प्राइवेट विक्रेताओं पर भी नजर!
राज्य सरकार हर दिन खाद की स्थिति की समीक्षा कर रही है। साथ ही प्राइवेट डीलरों पर निगरानी, कालाबाजारी की रोकथाम और तय कीमत पर बिक्री के निर्देश भी दिए गए हैं।
सरकार का लक्ष्य हर किसान तक पहुंचे गुणवत्तायुक्त खाद, वक्त पर
सहकारिता मंत्री बोले, खेती हमारी रीढ़ है, खाद उसका दम। किसानों के हितों की रक्षा हमारी पहली जिम्मेदारी है।
यह भी पढ़ें……गरियाबंद NH-130C पर भीषण हादसा तेज रफ्तार पिकअप पेड़ से टकराई, एक की मौत, तीन घायल ।