छत्तीसगढ़ में हाफ बिजली बिल योजना बंद होने पर कांग्रेस ने किया विरोध का ऐलान। 6-7 अगस्त को जिलास्तरीय प्रदर्शन और पुतला दहन, जनता पर बिजली बिल का फुल झटका। पढ़ें पूरी व्यंग्यात्मक रिपोर्ट।
गरियाबंद छत्तीसगढ़ में अब हाफ नहीं, पूरा बिजली बिल आएगा और जनता की जेब में नहीं, सीधा झटका मस्तिष्क में लगेगा कांग्रेस ने इसे बिजली बिल बम बताते हुए 6 और 7 अगस्त को जिलास्तरीय विरोध की स्कीम लॉन्च कर दी है।

हाफ बिजली बिल की छुट्टी
हाफ बिजली बिल की छुट्टी 4 सौ यूनिट योजना को बंद करना जनता के साथ छलावा
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने हाफ बिजली बिल योजना को बंद करने के फैसले को आम जनता के साथ विश्वासघात बताया है। कांग्रेस का आरोप है कि राज्य की भाजपा सरकार ने 400 यूनिट तक फ्री/हाफ बिजली देने वाली योजना को बंद कर आम लोगों को झटका योजना में शामिल कर लिया है।
कांग्रेस विरोध प्रदर्शन के माध्यम से उतरेगी मैदान में।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज के नेतृत्व में 6 अगस्त को पत्रकार वार्ता और 7 अगस्त को बिजली ऑफिसों के बाहर विरोध-प्रदर्शन और पुतला दहन का ऐलान किया गया है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि जब बिजली के दाम चुपके-चुपके बढ़ा दिए गए हैं, और ऊपर से हाफ बिल भी हटा लिया गया, तो अब बिजली का मीटर कम नहीं, जनता का मूड फुल गर्म हो गया है।
भाजपा सरकार में आते ही जनता छल रही है ।
राज्य सरकार ने जनता से कहा था रोशनी सबको मिलेगी पर अब लगता है रोशनी भी सिर्फ बिजली विभाग के ऑफिसों तक सीमित कर दी गई है! हाफ बिजली बिल योजना बंद करना कुछ ऐसा ही है जैसे गर्मी के मौसम में एसी का रिमोट छीन लिया जाए और फिर कहा जाए हवा तो भगवान की हैं।
अब हर घर में एक ही चर्चा बिजली बिल आया है या एलआईसी प्रीमियम? और इस बार पुतले भी जलेंगे, मीटर भी हिलेगा और शायद वोटर भी बिचकेंगे।
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