हिमांशु साँगाणी / गरियाबंद
गरियाबंद जिले के वनांचल गांव अकलवारा का हायर सेकेंडरी स्कूल अब अपनी उपलब्धियों और आधुनिक शिक्षा प्रणाली के लिए चर्चा में है। यह स्कूल, अपनी स्मार्ट क्लास रूम और आधुनिक सुविधाओं के चलते किसी प्राइवेट स्कूल से कम नहीं है। यहां न केवल पढ़ाई का स्तर ऊंचा है बल्कि छात्रों में नवाचार और वैज्ञानिक सोच को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है।
टिंकराथन प्रतियोगिता में ऑटोमेटिक कार पार्किंग बना प्रतिभा साबित की ।
हाल ही में, स्कूल के साइंस छात्रों ने ऑटोमेटिक कार पार्किंग सिस्टम प्रोजेक्ट तैयार कर राज्य स्तरीय ‘टिंकराथन’ प्रतियोगिता में अपनी योग्यता का परिचय दिया। इस प्रतियोगिता का आयोजन बिलासपुर में हुआ था, जिसमें छत्तीसगढ़ के 33 जिलों के 300 प्रतिभागियों ने 300 अलग-अलग मॉडल प्रस्तुत किए। इस कड़ी प्रतिस्पर्धा में अकलवारा के छात्रों ने दूसरा स्थान हासिल कर अपनी प्रतिभा को साबित किया।
छात्रों ने दिखाई ग्रामीण इलाकों के सरकारी स्कूलों की बदलती तस्वीरे ।
अब इन छात्रों की नजरें दिल्ली में होने वाली राष्ट्रीय टिंकराथन प्रतियोगिता पर हैं, जहां वे अपने प्रोजेक्ट को देश के सामने प्रस्तुत करेंगे। यह उपलब्धि न केवल स्कूल बल्कि पूरे जिले के लिए गर्व का विषय है।यह खबर न केवल ग्रामीण इलाकों में सरकारी स्कूलों के बदलते स्वरूप को दिखाती है, बल्कि उन छात्रों के लिए भी प्रेरणादायक है जो विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में आगे बढ़ने का सपना देखते हैं। अकलवारा के छात्रों की यह सफलता यह संदेश देती है कि सही दिशा-निर्देशन और आधुनिक संसाधनों से सरकारी स्कूलों के छात्र भी किसी से पीछे नहीं हैं।
ऐसे प्रयासों से शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा मिल रहा है और यह समाज में जागरूकता फैलाने में सहायक है कि बेहतर शिक्षा और संसाधनों से भविष्य को संवारना संभव है।