गरियाबंद क्राइम जिला अस्पताल के सामने हीरे की डील का पर्दाफाश। 4 तस्कर गिरफ्तार, 6 नग हीरे और मोबाइल बरामद। 30 हजार में तय हुई थी डील। पुलिस ने खान एवं खनिज अधिनियम और बीएनएस की धाराओं में मामला दर्ज किया पढ़ें पूरी खबर ।
गरियाबंद हीरे की चमक जब लालच बन जाए, तो रास्ता अक्सर जेल की सलाखों तक ही जाता है। ऐसा ही हुआ गरियाबंद में, जहां जिला अस्पताल के सामने हीरे की डील चल रही थी। नीला लोवर और कत्था शर्ट पहने शख्स अपनी जेब में चमक दबाए खड़ा था। लेकिन पुलिस ने अचानक घेराबंदी कर उसके सपनों की पूरी डील को धराशायी कर दिया।

गरियाबंद क्राइम में मुखबिर से मिली चमकीली खबर
28 सितंबर को थाना गरियाबंद के प्रआर को गुप्त सूचना मिली अस्पताल के सामने जेब में हीरा दबाकर एक आदमी खड़ा है। खबर पक्की थी, इसलिए थाना प्रभारी ने टीम बनाई और गवाहों को बुलाकर मौके की ओर रवाना हुए।

रंगेहाथ पकड़े गए तस्कर अस्पताल के सामने पुलिस को तीन लोग मिले
- जैन कुमार नेताम (जेब में हीरा, गरियाबंद)
- सूरज सोनी (धमतरी, खरीदार नंबर 1)
- विशाल सोनी (धमतरी, खरीदार नंबर 2)
- रघु सोनी कोसमबुडा गरियाबंद
तलाशी के दौरान जैन नेताम की जेब से सफेद कागज में लिपटे 6 नग हीरे जैसे चमकीले पत्थर मिले। मौके पर बुलाए गए खनिज निरीक्षक ने इन्हें हीरा जैसा प्रतीत होना दर्ज किया।
बरामदगी और कार्रवाई
पुलिस ने हीरों के साथ एक रेडमी, एक Nothing और एक Realme मोबाइल जब्त किया। कुल बरामदगी करीब 45 हजार रुपए आंकी गई। आरोपियों पर धारा 303(2), 3(5) बीएनएस एवं 21(4) खान एवं खनिज अधिनियम 1957 के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया गया।

हीरे की चमक ने पहुंचा दिया अंधेरी कोठरी में
जिला अस्पताल में जहां लोग जिंदगी बचाने की दवा ढूंढते हैं, वहीं चार लोग किस्मत चमकाने हीरा बेचने खड़े थे। लेकिन किस्मत ऐसी पलटी कि अब हीरे की चमक नहीं, जेल की सलाखें उनकी आंखों में झिलमिलाएंगी।